उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के इन चर्चित नेताओं की घोटाले बाजों पर बरस रही कृपा

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काश! रेल मंत्री जी. इस तरह के मामलों की करवाते जांच, के कर्मचारियों के स्वर मुखर
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डीजल शेड से हुए करोड़ों के घोटाले के आरोपियों के भी ये नेता बने हैं कवच
ओ. पी. सिंह वैस
लखनऊ /उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के एक चर्चित यूनियन के नेता भ्रष्टाचारियों के कवच बने हैं। इसे लेकर अब लोग कहने लगे हैं काश रेल मंत्री जी इन पर नजर डालते और जांच कराया जाता तो निश्चय ही कई आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही संभव हो जाती साथ ही सरकार की छवि का संदेश भी जनमानस में बेहतर जाता। ज्ञात हो कि देश के प्रधानमंत्री द्वारा भ्रष्टाचार और अपराध पर कड़े प्रहार का अभियान चल रहा है इसी का परिणाम है अभी हुए विधानसभा के चुनाव में कई प्रदेशों में भाजपा की सरकार बनी ।
इतने कड़े रुख के बावजूद रेलवे लखनऊ मंडल के चर्चित यूनियन के दो नेता भ्रष्टाचारियों के हिमायती बने हैं । कोई कितना भी बड़ा घोटाला करे अथवा घर बैठे वेतन ले बस इन नेताओं की मंशा अनुरूप धन मुहैया कराए बाल बांका नहीं हो पाएगा। सूत्रों की माने तो इन नेताओं का रेल विभाग के उच्चाधिकारियों में गहरी पैठ बताई जाती है जिसके बलबूते घोटाले बाजों की मदद बराबर कराया जाता है.
पिछले कुछ माह पहले हुए आलमबाग डीजल शेड में करोड़ों की डीजल चोरी घोटाले के मामले में छः के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था जिसमें उन्हें जेल जाना पड़ा इधर सभी जमानत पर बाहर आए किंतु अभी जांच चल रही है। इस मामले में मंडल कार्यालय के दर्जनों कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि चर्चित यूनियन के नेता आर के पांडेय और शिव गोपाल मिश्रा के रहते किसी के विरुद्ध इसके अलावा अन्य कार्यवाही अब नहीं हो पाएगी कारण सभी घोटालेबाज इन नेताओं के इर्द गिर्द लगे हुए हैं संभावना है बचाव के लिए सौदा भी हो चुका है।
लोगों ने बताया कि यह कोई नया प्रकरण नहीं है इसके पहले भी और बड़े घोटाले आए जालसाजी पकड़ में आई किंतु अंत में नेताओं ने आरोपियों को बचा लिया है। लोगों ने कहा की विभाग में भ्रष्टाचार मुक्त करना है तो रेल मंत्री जी को किसी सक्षम एजेंसी से जांच कराना होगा निश्चय ही 3 साल के मामले में आश्चर्यजनक स्थितियां आएंगी जिनमें यूनियन के नेताओं की कृपा से आरोपियों के बाल बांका नहीं हो सके हैं लोगों ने कहां जब तक विभाग के उच्चाधिकारी नेताओं को तरजीह देते रहेंगे सरकार की छवि धूमिल होती रहेगी ।