मुख्तार की बहू के ड्राइवर का आपराधिक इतिहास खंगाला तो हैरान रह गई पुलिस, लखनऊ ट्रासफर किया गया निखत का केस
चित्रकूट : माफिया मुख्तार के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की पत्नी निखत बानो और उसके चालक नियाज के पेशी लखनऊ की भ्रष्टाचार निरोधक कोर्ट में होगी। मंगलवार को यह केस चित्रकूट से लखनऊ ट्रांसफर कर दिया गया था। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि अब निखत व नियाज की पेशी लखनऊ में होगी। उनके मुताबिक बार-बार ले जाने में दिक्कत होगी इसलिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर दोनों की जेल बदलने का अनुरोध किया जाएगा।
निखत 10 फरवरी को जिला जेल में अधीक्षक कार्यालय के एक कमरे से पकड़ी गई थी। कुछ देर पहले ही विधायक अब्बास उससे मिलकर बैरक में गया था। इस मामले में जेल चौकी प्रभारी श्यामदेव सिंह ने कर्वी कोतवाली में विधायक अब्बास अंसारी, पत्नी निखत बानो, चालक नियाज, जेल एसपी अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार और वार्डर जगमोहन समेत अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।
भ्रष्टाचार के मामले की सुनवाई के लिए एक ही कोर्ट लखनऊ में है। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि केस ट्रांसफर हो गया है इसलिए अब अगली पेशी लखनऊ में ही होगी। पकड़े जाने के बाद निखत व नियाज को जिला कचहरी में रिमांड कोर्ट में 11 फरवरी को पेश किया गया था। जिस पर कोर्ट ने अगली तारीख 16 फरवरी लगाते हुए जेल भेज दिया था।
पुलिस ने जांच में निखत के चालक नियाज का आपराधिक इतिहास खंगाला तो पता चला कि उस पर गाजीपुर में बलवा और रिश्वत लेने के दो अपराध दर्ज हैं।
मददगारों पर पुलिस की निगाह?
पुलिस निखत व अब्बास के एक-एक मददगार को चिन्हित करना चाहती है इसलिए खास नजर इस पर है कि निखत से मिलने उसके किराये के घर पर कौन-कौन जाता था। विकास नगर कपसेठी में स्थित गोपी किशन सहास्त्रबाहु फ्रूड्स कंपनी के कार्यालय के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरा के डीवीआर की हार्ड डिस्क को फोरेंसिक टीम ले गई है। उसमें करीब एक माह का डाटा है।
अब पुलिस को फोरेंसिक जांच रिपोर्ट मिलने का इंतजार है, उसके मिलते ही घर पर आने-जाने वालों की शिनाख्त कर पाना पुलिस के लिए आसान होगा।