Bareilly

डिलीवरी के दौरान जच्चा बच्चा की मौत पर हंगामा, क्लीनिक पर लटके ताले

पीलीभीत। ग्रामीणों का आरोप पीएचसी में तैनात संविदा चिकित्सक ने खोल रखा है फर्जी क्लिनिक
पीलीभीत। क्लीनिक में जच्चा-बच्चा की मौत पर परिजनों ने स्टॉफ पर लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर हंगामा काटा। सूचना मिलने के बाद पुलिस पहुंच गई। मौका पाकर संचालक क्लीनिक बंद कर फरार हो गया। गजरौला पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई।

थाना गजरौला क्षेत्र के गांव मकतुल निवासी इंदल प्रसाद अपनी पत्नी मीना कश्यप उम्र 27 वर्ष को प्रसव पीड़ा होने के दौरान सुबह 9 बजे गजरौला प्राइवेट क्लीनिक लेकर पहुंचे। वहां पर संविदा डॉक्टर निशा साना महिलाओं के प्रसव कराती हैं। निशा ने अपना प्राइवेट अस्पताल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से मात्र 500 मीटर की दूरी पर ही हाईवे पर खोल रखा है।

वहां पर उनके पति क्लीनिक चलाते हैं और प्राइवेट में डॉक्टर निशा मरीजों को देखती हैं। बताया जाता है कि शाम 6 बजे डिलीवरी के दौरान प्रसूता मीना कश्यप ने पुत्री की जन्म दिया और कुछ देर बाद ही जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई। आरोप है कि दोनों के शव प्राइवेट डॉक्टर द्वारा प्राइवेट वाहन से ही गांव ले जाए गए, और बताया जा रहा है कि क्लीनिक बंद करने के बाद डॉ मनोज साना और उनकी पत्नी निशा अपना क्लीनिक बंद करके घर चले गए हैं।

घटना को लेकर परिजनों ने ग्रामीणों के साथ पहुंचकर जमकर हंगामा काटा। जानकारी लगने के बाद गजरौला पुलिस मौके पर पहुंच गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची इस पर क्लीनिक बंद मिला। ग्रामीणों का आरोप है आरोपी डॉक्टर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर संविदा चिकित्सक पद पर तैनात हैं। मामले की तहरीर गजरौला पुलिस को दी गई है।

क्या बोले सीएमओ

पीलीभीत सीएमओ डॉ आलोक शर्मा ने बताया सूचना मिलने के बाद टीम मौके पर पहुंची थी। इस पर क्लिनिक पर ताले लगे मिले अस्पताल का रजिस्ट्रेशन है या नहीं जांच के बाद ही पता चलेगा। एक निशा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात है जानकारी की जाएगी यह यह वही है या दूसरी। जांच पड़ताल के बाद आरोप सही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फर्जी क्लीनिकों पर लगातार अभियान चलाकर कार्यवाही की जा रही है।

फर्जी डॉक्टरों की भरमार, मरीजों के जीवन से खिलवाड़

शहर से लेकर गांव तक फर्जी डॉक्टरों की भरमार है। आठवां पास लोग शानदार क्लीनिक खोलकर नीली, पीली, हरी, सफेद गोली देकर मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर उनकी जेब पर डाका डाले हैं। लंबे समय तक इलाज चलने के बाद मरीजों की बीमारी बड़ा रूप ले लेती है। इसके बाद यह झोलाछाप खुद पीछे हट जाते हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग फर्जी क्लीनिको पर अभियान चलाकर कार्रवाई कर रही है। इसके बावजूद झोलाछापों की खुली दुकाने कहीं न कहीं स्वास्थ विभाग की करनी कथनी की पोल खोल दी नजर आ रही हैं।

सरकारी डॉक्टर कर रहे प्राइवेट उपचार

जिले के अधिकतर सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर संविदा कर्मचारी निजी प्राइवेट कैलेंडर खोल कर उपचार करते नजर आ रहे हैं अस्पताल आने वाले मरीजों को प्राइवेट क्लीनिक पर बुलाकर उनसे मनमानी फीस वसूल रहे हैं। पीलीभीत, पूरनपुर, बीसलपुर, बरखेड़ा, अमरिया, जहानाबाद, हजारा सहित कई स्थानों पर यह धंधा चल रहा है।
————

पूरी खबर देखें

संबंधित खबरें

error: Content is protected !!