Video News: कौन थे पीर धनिया शाह बाबा जिनकी याद में लगता है अवांय का मेला
हिन्दमोर्चा न्यूज़ रिपोर्ट बेल्थरा रोड बलिया
बेल्थरा रोड (बलिया), तहसील बेल्थरा रोड क्षेत्र के ग्राम अवांय के रहने वाले रिजवान का कहना है की हमारे पुरखों से ये परंपरा मेला की चली आरही है मेला लगने के एक सप्ताह पहले से नगारा बजाया जाता है जिससे लोगों को संदेश मिलता था की अवांय का मेला लगने वाला है।
उन्होंने कहा कि अवांय के मेला का इतिहास है यहां पर एक मज़ार जो पीर धनिया शाह बाबा के नाम से प्रसिद्ध है ये सात भाई हैं जो अजमेर के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्ला अलैहि के रौज़े से रवाना हुए जो उत्तर प्रदेश के जनपद मऊ में दो भाई की मज़ार है जिसमें पाँच भाई तहसील बेल्थरा रोड के क्षेत्र में स्थित है उसमें से एक पीर धनिया शाह बाबा की मज़ार ग्राम अवांय के ईदगाह स्थित है।
पीर धनिया शाह बाबा का ठहराव अवांय अंतर्गत हो गया लोगों का कहना है कि मरहूम तबारक़ ज़मींदार जिंहोंने डेड़ एकड़ जमीन उनको वक़्फ़ कर दी कुछ वर्षों बाद उनका विशाल हो गया उसके बाद अवांय के शाह बिरादरी ने उनकी याद में मेला की परंपरा शुरू करदी लोगों का कहना है कि पीर धनिया शाह बाबा की मज़ार के पास एक विशाल बरगद का पेंड़ हुआ करता था जिसका इतिहास यह रहा की मेला के एक सप्ताह पहले से जब भी नगारा बजाया जाता था तो मज़ार के उपर उस बरगद के पेंड़ से दूध टपकता था जिसे देखने के लिए काफी लोग इकट्ठा हो जाते थे।
मेला की देख रेख में पुलिस प्रशासन काफी सक्रिय रही संदिग्ध लोगों पे नज़र बनाए रही मेले देखने वालों का तांता लगा रहा भिन्न भिन्न प्रकार की मिठाई, बाँसुरी ,,फूलौना, जैसे खिलौने से मेला सजा हुआ था हिंदू मुस्लिम सभी धर्म जाती के लोग मेले में नज़र आए वहीं नन्हे मुन्ने बच्चे भी रंग बिरंगे कपड़ो में अपने माता पिता के साथ मेला देखने आए ।