भारतरत्न बाबा साहेब डॉ.आम्बेडकर के जन्मदिवस को राष्ट्रीय पर्व घोषित किया जाय— डॉ. रामविलास भारती
मऊ से हसनैन आजमी की रिपोर्ट
कलेक्ट्रेट-मऊ। जनपद के विभिन्न सामाजिक, शैक्षिक संगठनों खाशकर बहुजन कल्याण परिषद, महाबोधि समाज सेवा समिति, उ.प्र., उत्तर प्रदेशीय अनु.जाति/अनु.जन जाति बेसिक शिक्षक महासंघ, सम्यक समाज सेवा संस्थान, सोशल जस्टिस एडवोकेट फोरम मऊ के साथ प्रबुद्ध एवं सामाजिक कार्यकर्तागणों द्वारा संयुक्त रूप से अध्यक्ष एवं वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रामविलास भारती की अध्यक्षता में माननीय राष्ट्रपति महोदय को संबोधित ज्ञापन “भारत का संविधान निर्माता भारतरत्न बाबा साहेब डॉ. आम्बेडकर के जन्मदिवस (14 अप्रैल) को राष्ट्रीय पर्व घोषित किये जाने विषयक ज्ञापन जिलाधिकारी महोदय मऊ प्रतिनिधि सी.ओ. गोरखनाथ को दिया गया।
ज्ञापन देने के दौरान डॉ. रामविलास भारती ने कहा कि भारत का संविधान निर्माता कहे जाने वाले भारत के संविधान निर्मात्री/प्रारुप समिति के अध्यक्ष भारतरत्न बाबा साहेब डॉ. भीम राव आम्बेडकर ऐसे एक मात्र व्यक्तित्व हैं जिनके प्रति देश की पूरी आबादी का बहुसंख्यक समाज असीम प्रेम व आस्था के साथ उन्हें आदर्श मानता है।
बाबा साहेब डॉ. आम्बेडकर के जन्मदिवस को विभिन्न संगोष्ठियों, रैलियों, प्रतियोगिताओं जन सम्पर्क के रूप में भारत ही नही अपितु पूरी दुनिया में पूरे अप्रैल-मई माह (आम्बेडकर माह) भर विश्वास एवं श्रद्धा पूर्वक मनाता है। जिससे भारत की एकता व अखण्डता के लिए समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व, न्यायरूपी समाज व देश की परिकल्पना करने व्यक्तित्व से हम भारत लोग गर्वान्वित तो होते ही हैं.
हमारा राष्ट्र भी गर्वान्वित होता है। राष्ट्रीय हित एवं लोगों की भावनाओं को देखते हुए भारत के सम्मान में “फ़ादर ऑफ इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन” के रूप में स्थापित भारतरत्न बाबा साहेब डॉ. आम्बेडकर के जन्मदिवस को “राष्ट्रीय पर्व” घोषित किया जाय। आई. टी.आई. एक्टिविस्ट अरविन्द मूर्ति ने कहा राष्ट्रीय पर्व के रूप में बाबा साहेब के जन्मदिन को घोषित करने से समाज के उन वर्गों को सम्मान प्राप्त होगा जिनकी अभिव्यक्ति बाबासाहेब की वजह से होती है।
एडवोकेट वीरेन्द्र प्रताप यादव ने कहा कि बहुजनो, वंचितों, शोषितो एवं स्मतावादितो के सम्मान में राष्ट्रीय पर्व घोषित होना चाहिए। शिक्षक प्रतिनिधि सच्चिदानंद यादव ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. आम्बेडकर के जन्मदिवस को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने से भारत के संविधान को भी सम्मान मिलेगा।
इस अवसर पर डॉ. रामविलास भारती, अरविन्द मूर्ति, सच्चिदानंद यादव, तपेश्वर राम, भूपेन्द्र वीर, प्रीतेश रंजन,योगेंद्र कुमार, राजकुमार, विजय कुमार, आदित्य कुमार, अजय कुमार, एडवोकेट गणों में विरेंद्र प्रताप यादव, हरीनाथ प्रताप, संजय यादव, ज्ञानचंद पंकज, ऋषिकेश सिंह, दिलीप बर्मा, ज्योति रंजन, प्रेमचंद कौशल, रामजीत तथा जगन्नाथ मौर्य ,ज्ञानचंद ,रिंकू, रानू कुमार, आर.पी. राम, अशोक कुमार, देवेन्द्र कुमार, राम नरेश, रामचन्द्र, विनोद, रवि, कौशल कुमार, आदि उपस्थित रहे।