बुनियादी सुविधा व पेयजल के अभाव में जुझता रहा सब स्टेशन गंगापुर भुलिया कर्मचारी
दोस्तपुर सुल्तानपुर. विकास खण्ड दोस्तपुर क्षेत्र के गंगापुर भुलिया सब स्टेशन पर असुविधा का अम्बार लगा हुआ है। सूत्रों बताते है। सन् 1971 में लगभग 50 वर्ष पुराना आवासीय भवन जर्जर होकर ध्वस्त हो गया है। कर्मचारियों के रहने के लिए कोई जगह नहीं है। रात में जो कर्मचारी स्टेशन पर नाईट ड्यूटी करते है। उनके ठहरने की कोई सुविधा स्थान नहीं है। यहां कुल कर्मचारियों के स्टाप संख्या चार परमानेंट है। और तेरह संविदा कर्मी है। इन लोगों के रहने के लिए कोई आवास नही है।
इसके फलस्वरूप समस्त कर्मचारियों ने अपने वेतन से चन्दा लगा कर पुराने कार्यालय को मरम्मत करवाया जिससे अब आफिस में प्रतिदिन सुबह 9:00 बजे से शाम 3:00 बजे तक बिजली बिल उपभोक्ताओं का जमा किया जाता है। इसके लिए अधिषाशी अभियंता द्वारा उपभोक्ताओं की समस्या का निवारण किया जाता है। सब स्टेशन के किनारे बाउंड्री वॉल नहीं है। जिससे कि स्टेशन के अन्दर हर वक्त छुट्टे गौबंश घूमते रहते है।
स्टेशन के अन्दर 5 एमवीए का ट्रांसफार्मर लगा है। उसके किनारे गौवंश मुंह मारते हुए नजर आते है। ऐसे में दुर्घटना होने का भय बना रहता है। बाउंड्री वॉल व्यवस्था को बिजली विभाग के सिविल विभाग संज्ञान में लेकर यदि आवश्यक कार्रवाई नहीं करेगा तो कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। उपभोक्ताओं कर्मचारियों के पानी पीने का एक यहां इंडिया मार्का हैंडपंप बहुत जरूरी है। कर्मचारी एवं उपभोक्ता कहा जायं पीने के लिए पानी एक देशी हैंडपंप है लेकिन बालू आता है पानी का स्वाद ठीक नहीं है।
समुदायिक शौचालय निर्माण नहीं है एक तरफ माननीय प्रधानमंत्री मोदी अथवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार स्वच्छता अभियान पर लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। और यहां स्वच्छता अभियान का नामोनिशान नहीं है। स्वच्छ भारत स्वास्थ्य भारत का झूठा वादा यह बड़ी दिलचस्प बात है कि बिजली घर में शौचालय निर्माण नहीं कर्मचारीगण रात में काम करते है।
उनको शौचालय करने स्टेशन से बाहर निकल जाना पड़ता है। यहां के समस्त कर्मचारियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार से निवेदन किया कि इस सभी समस्या से निजात दिलाया जांय ।