आजमगढ़ से ISIS का आतंकी गिरफ्तार: मुस्लिम युवाओं का करता था ब्रेन वॉश, आरएसएस के सदस्य थे निशाने पर
यूपी के आजमगढ़ जिले से गिरफ्तार आतंकी सबाउद्दीन आजमी के बारे में कई खुलासे हुए हैं। एटीएस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि सबाउद्दीन सीधे आईएसआईएस रिक्रूटर अबू उमर के संपर्क में था। इसके माध्यम से उसने अबू बकर अल शामी के संपर्क में आकर आईईडी बनाने की ट्रेनिंग ली। सोशल मीडिया एप के माध्यम से हैंड ग्रेनेड, बम आदि बनाने की भी उसने ट्रेनिंग ली। सबाउद्दीन ने आरएसएस के सदस्यों को निशाना बनाने के लिए चिह्नित करने के उद्देश्य से आरएसएस के नाम से मेल-आईडी बनाई व उससे फेसबुक अकाउंट बनाया।
एटीएस मुख्यालय पर लाकर उससे पूछताछ की गई और उसके मोबाइल फोन का डाटा खंगाला गया। इसमें इस बात की पुष्टि हुई कि सबाउद्दीन आजमी ट्रेलीग्राम चैनल अल शकर मीडिया के माध्यम से मुस्लिम युवाओं का ब्रेन वॉश करता था। सबाउद्दीन सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का सक्रिय सदस्य है। मोहल्ले के लोगों व परिजनों के अनुसार, वह आगामी चुनाव में नगर पालिका वार्ड नौ अमिलो से सभासदी का चुनाव लड़ने की भी तैयारी कर रहा था।
आतंकी सबाउद्दीन मूल रूप से बुनकरी का काम करता है। मंगलवार शाम जैसे ही सबाउद्दीन की आतंकी के रूप में गिरफ्तारी की खबर घर पर पहुंची तो परिवार के लोग सकते में आ गए। घर पर लोगों की भीड़ जुट गई। परिवार के लोग किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार करते रहे।
सबाउद्दीन आजमी पांच भाइयों में सबसे छोटा है। सभी संयुक्त परिवार के रूप में रहते हैं। घर पर ही हथकरघा लगा हुआ है, जिसे सबाउद्दीन के सभी भाई मिल कर चलाते हैं। उसके पिता का निधन हो चुका है। तीन बड़े भाइयों जियाउद्दीन, मुसलउद्दीन, नुरुद्दीन की शादी हो चुकी है। चौथे नंबर के भाई मो. सालिम व सबाउद्दीन की शादी नहीं हुई है।
बड़े भाई मुसलउद्दीन ने बताया कि सबाउद्दीन घर पर ही रहकर बुनकरी का काम करता रहा है। पांच साल पूर्व वह मुंबई गया था। वहां एक माह तक रह कर एसी का काम किया था। सबाउद्दीन का चौथे नंबर का भाई मो. सालिम रोजी रोटी के लिए दुबई में रहता था और एक माह पहले ही वह लौटा है। सबाउद्दीन को एटीएस ने अमिलो स्थित घर से ही उठाया था, लेकिन किसी को यह जानकारी नहीं थी कि उसे आतंकी के रूप में तार जुड़ने के चलते उठाया गया है।
सबाउद्दीन भारत में भी आईएसआईएस की तरह संगठन बनाने, मुजाहिदों पर हो रहे कार्रवाई का बदला लेने आदि की योजना बनाने लगा। वह आईईडी बनाने की विधि भी सीख चुका है और स्वतंत्रता दिवस के पूर्व बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहा था। तीन व चार अगस्त को एटीएस की टीम जिले में आई थी। टीम ने मुबारकपुर थानाक्षेत्र के अमिलो और अन्य क्षेत्रों से 8 से 10 लोगों को उठाया था। हालांकि आजमगढ़ पुलिस इसकी कोई पुष्टि नहीं कर रही था। मंगलवार को यूपी एटीएस ने लखनऊ में एक आतंकी की आजमगढ़ के अमिलो से सबाउद्दीन आजमी की गिरफ्तारी की पुष्टि की। इसके साथ ही उसे कोर्ट में पेश किया।
मुबारकपुर क्षेत्र के अमिलो से तीन लोगों को उठाया गया था। इनमें सबाउद्दीन के अलावा अबु होमैद व अयान भी शामिल हैं। अबु होमैद व अयान सोमवार की देर रात लगभग डेढ़ बजे घर लौट आए। इसके बाद से दोनों घरों में ही हैं और इनके परिवार के लोग कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।