सुल्तानपुर सीएमओ के लिए शासन का आदेश नहीं रखता मायना, दोस्तपुर क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध कार्यवाही का मामला
दोस्तपुर,सुल्तानपुर। जहा एक तरफ योगी सरकार झोला छाप डॉक्टरों को रोकने का आदेश दे रखा है वही सुल्तानपुर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी झोला छाप डॉक्टरों को प्रेक्टिस करने की अनुमत दे रखी है। ऐसे ही प्रकरण एक लखनऊ से प्रकाशित समाचार पत्र में झोला छाप डॉक्टरों के कारनामे को प्रकाशित किया था लेकिन मुख्य चिकित्स अधिकारी ने खबरों पर कोई कारवाही तब तक नहीं करेंगे जब तक कि कोई मरीज इन्फेक्शन से मर नहीं जाएगा ऐसे में कादीपुर तहसील अंतर्गत दोस्तपुर थाना क्षेत्र ब्लॉक अखंड नगर के कैथीजलालपुर में जनता मेडिकल स्टोर की एक कहानी और आज देखने को मिली यह तो नहीं मालूम कि उस मेडिकल स्टोर का लाइसेंस है भी या नहीं लेकिन मेडिकल स्टोर संचालक सड़क के किनारे ही एक बेंच पर महिला को बैठा कर इंजेक्शन लगाते हुए दिखाई दिया पता नहीं उस मेडिकल स्टोर संचालक को यह मालूम भी है या नहीं कि इंजेक्शन कितने डोज की लगानी है और कितने अंश पर जब की यह सड़क पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में गाड़िया धूल उड़ाते हुए चलती रहती है ऐसे में अगर इस तरीके से मरीजों को इंजेक्शन लगाया जाता रहा तो अगर इन्फेक्शन हो गया तो क्या जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिम्मेदार होंगे मान लीजिए इंजेक्शन लगाते हुए मरीज को कुछ हो जाता है तो उसका जिम्मेदार क्या मेडिकल स्टोर संचालक होगा या मुख्य चिकित्सा अधिकारी जब की इस मेडिकल स्टोर का कारनामा पत्रकार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दोस्तपुर के अधीक्षक को भी दे दिया और जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी लेकिन दोनों जगहों हे पत्रकार को ऐसा कोई उत्तर नहीं मिला जिससे यह माना जाए कि मेडिकल स्टोर संचालक जिले के आला अधिकारी तक लिफाफा ना पहुंचता हो कार्यवाही न करे पर यह साबित हो जाता है कि लिफाफे के साथ साथ अपनी जेब तो गर्म करते है और योगी सरकार को बदनाम करने की पूरी साजिश तैयार कर रहे हैं।