सीओ जलालपुर के लिए आवास निर्माण का रास्ता साफ, जमौली में भूमि चिन्हित

अंबेडकरनगर। पुलिस क्षेत्राधिकारी के आवास की जमीन की प्रक्रिया तहसील स्तर से पूरी हो गई। जिलाधिकारी के संतुति के बाद चयनित जमीन सीओ आवास के नाम पर दर्ज हो जाएगी। जमीन उपलब्ध होने के बाद आवास निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा और यहां तैनात क्षेत्राधिकारी को किराए के मकान में रहना नहीं पड़ेगा। गौरतलब हो कि तहसील जलालपुर का गठन के बाद जहां उपजिलाधिकारी के आवास के लिए जमीन चिन्हित किया गया वही क्षेत्राधिकारी के आवास के लिए जमीन चिन्हित नहीं की गई।इस दौरान दर्जनों क्षेत्राधिकारी की तैनाती हुई।सभी क्षेत्राधिकारी किराए के कमरे में रहने को विवश रहे।निजी किराए के कमरे में रहने के वजह से जहां गोपनीयता भंग होने वही सुरक्षा का खतरा बना रहता था। जिलाधिकारी के आदेश के बाद हल्का लेखपाल धर्मेन्द्र सिंह ने जलालपुर मित्तुपुर मार्ग पर फायर विभाग के समीप नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड जमौली में बंजर खाता में दर्ज गाटा संख्या 561 में चार बिस्वा जमीन का प्रस्ताव किया। प्रस्ताव को उपजिलाधिकारी ने संतुति कर जिलाधिकारी को अग्रिम कार्यवाही के लिए भेज दिया। उपजिलाधिकारी पवन जायसवाल ने बताया कि जिलाधिकारी के संतुति के बाद जमीन सीओ आवास के नाम दर्ज कर दिया जाएगा।
पूर्व सीओ का प्रयास लाया रंग
जलालपुर पुलिस सर्किल में कुछ माह पहले तक तथा वर्तमान में सीओ सिटी अकबरपुर में तैनात देवेन्द्र कुमार का प्रयास रंग लाया। जिलाधिकारी के संतुति के बाद क्षेत्राधिकारी के आवास की जमीन मिल जायेगी। गौरतलब हो कि सीओ देवेंद्र कुमार की यहां पहली बार तैनाती मिली। किंतु सरकारी आवास की व्यवस्था नहीं होने से उनका मन खिन्न हो गया। किराए के कमरे में जहां गोपनीयता वही सुरक्षा का खतरा बना रहता था।आवास के लिए उन्होंने पुलिस अधीक्षक को पत्राचार शुरु किया। इसके वावजूद जब जमीन तहसील प्रशासन द्वारा नहीं दी गई तो उन्होंने रिमाइंडर भेजना शुरू किया।इतना ही नहीं देवेन्द्र कुमार ने जमीन का मुद्दा जिलाधिकारी के समक्ष उठाया। लबे पत्राचार के बाद उनका सपना रंग लाया और राजस्व विभाग ने सीओ पुलिस के आवास के लिए जमीन चिन्हित कर उनके नाम करने की प्रक्रिया पूरी कर दिया।