विख. जलालपुर के ग्राम पंचायत जगतूपुर बिल्टई में प्रधान व तत्कालीन नटवरलाल सचिव का कार्यों के भुगतान में आया बड़ा घोटाला
जलालपुर,अंबेडकरनगर। ग्राम पंचायतों में कम कार्य अथवा बगैर कार्य के बदले भुगतान कर नित नया भ्रष्ट्राचार का रिकार्ड बनाया जा रहा है। भ्रष्ट्राचार पर जीरो टॉलरेंस की निति विकास विभाग को मुंह चिढ़ा रहा है। मामला अधिकारियों के संज्ञान में लाने पर जांच और कार्यवाही के बजाय लीपापोती की जा रही है। यह हाल है जलालपुर ब्लॉक के जगतूपुर बिल्टई ग्राम पंचायत का जहां योजनाओं में जमकर भ्रष्ट्राचार किए गया है। यह हम नहीं अपितु ऑनलाइन भुगतान का रिकार्ड इसकी गवाही दे रहा है। विदित हो कि मोदी और योगी सरकार ने ग्राम पंचायतों के समुचित विकास के लिए खजाने का मुंह खोल दिया है। इसी खजाने को खर्च करने में ग्राम प्रधान, सचिव समेत अन्य अधिकारी कागजात में हेराफेरी कर फर्जी और कूट रचित बिल बनाकर कम कार्य को बहुत अधिक दिखाकर फर्जी भुगतान कर अपनी जेब भर रहे है। ऑनलाइन मिले भुगतान के रिकार्ड और जमीन पर की गई पड़ताल में भुगतान में गड़बड़झाला नजर आया।
आरआरसी सेंटर पर मिट्टी गिराने में भ्रष्ट्राचार
जगतूपुर बिलटई कंपोजिट विद्यालय और तालाब के बगल ग्राम पंचायत से निकल रहे कूड़ा करकट के निस्तारण के लिए आर आर सी सेंटर का निर्माण किया गया है जिस जमीन पर आर आर सी सेंटर का निर्माण किया गया है वह एक समतल जमीन है। इसी सेंटर के अंदर और बाहर ग्राम पंचायत निधि से कुल 79500 रुपए की मिट्टी गिराई गई है। अलग अलग तिथि में 24500,33500 और 21500 रूपए का भुगतान एके. इंटरप्राइजेज के नाम पर किया गया है।
मिट्टी गिराने वाले ने बताई हकीकत
पड़ताल के समय कई ग्रामीण पहुंच गए। आरआरसी सेंटर पर लगभग 80 हजार रुपए की मिट्टी के भुगतान की बात सुन चौक गए। तालाब पर मछली पालन करने वाले पी एन सिंह के साथ अन्य कई ग्रामीणों ने भुगतान को बहुत अधिक माना। यहां मिट्टी गिराने वाले जे सी बी संचालक ने टेलीफोन पर महज 25 हजार रुपए की मिट्टी गिराने की बात बताई। इस मद में लगभग 54 हजार रुपए का भ्रष्ट्राचार किया गया है।
बगैर फागिग और छिड़काव के हजारों का फर्जी भुगतान
यहां मिट्टी पटाई ही नहीं स्वच्छता के नाम पर भ्रष्ट्राचार किया गया है। 13 अगस्त को 18890 रुपए का भुगतान फागिंग और 24 अप्रैल को 16854 रुपए का भुगतान स्वच्छता के नाम पर निकाल लिया गया। गांव निवासी रमेश कुमार, सुक्खू, ईश्वर देव सिंह आदि ने फागिंग और स्वच्छता के नाम पर निकाली गई लगभग 35 हजार रुपए की बात फर्जी बताई और इसे भ्रष्ट्राचार बता