Ayodhya

रसोईयों के मानदेय को खाते में भुगतान कराने का डीएम ने दिये निर्देश

  • उन्मुखीकरण कार्यक्रम में समस्याओं को सुनकर रसोईयों को निराकरण का दिलाया भरोसा

अम्बेडकरनगर। विधान परिषद सदस्य डॉ हरिओम पांडेय व जिलाधिकारी अविनाश सिंह की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में पी.एम. पोषण योजनान्तर्गत विकास खंड भीटी के रसोइयों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें रसोइयों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं एवं सुझावों को सुना गया तथा केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा रसोइयों को उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न सुविधाओं की जानकारी प्रदान की गई। बैठक में रसोईयों द्वारा बताई गई समस्याओं को एमएलसी व जिलाधिकारी द्वारा एक-एक करके गंभीरता के साथ सुना गया। तदोपरांत जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद के समस्त रसोइयों का माह अगस्त 2024 तक का संपूर्ण बकाया मानदेय का भुगतान संबंधित रसोइयों के बैंक खाते में कर दिया गया है जबकि विकास खंड भीटी एवं कटेहरी के रसोइयों का माह सितंबर 2024 तक का मानदेय का भुगतान कर दिया गया है। इसी के साथ ही उन्होंने आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत जनपद के समस्त रसोइयों के माह अक्टूबर 2024 के मानदेय का भी भुगतान समय से कराने संबंधी कार्यवाही करने हेतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में अध्यनरत बच्चों के लिए भोजन बनाने के साथ ही रसोइयों द्वारा आंगनबाड़ी के बच्चों का भी भोजन पकाया जाता है जिसके पारिश्रमिक के रूप में प्रत्येक रसोइया को 50 पैसा प्रति बच्चा प्रतिदिन की दर से उनके मानदेय में अतिरिक्त उनके बैंक खाते में शीघ्र ही प्रेषित कर दिया जाएगा। इस दौरान एमएलसी द्वारा जनपद में मॉडल प्रोजेक्ट के रूप में समस्त रसोइयों को एकदृएक सेट ड्रेस (साड़ी, अप्रेन, हेडकबर, ग्लब्स, मास्क आदि) चरणबद्घ रूप से सभी विकास खण्डों में एमएलसी निधि से प्रदान करने की घोषणा की गई। जिस के क्रम में जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ड्रेस का रंग आदि निर्धारित कर प्रथम चरण में क्रमशः विकास खंड भीटी, कटेहरी व टांडा में कार्यरत रसोइयों को आगामी नवरात्रि के नवमी तक ड्रेस उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा रसोइयों को विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी कुकिंग प्रतियोगिता के तैयारियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 1371 प्राथमिक विद्यालयों में 117603 छात्र एवं 678 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 73817 छात्र प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना से आच्छादित है। तथा जनपद में वर्तमान में 4958 रसोईया कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि मध्यान्ह भोजन योजना का उद्देश्य राजकीय, परिषदीय तथा राज्य सरकार द्वारा सहायता प्राप्त अर्ह प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना। पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराकर बच्चों में शिक्षा ग्रहण करने की क्षमता को विकसित करना। विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाना। प्राथमिक कक्षाओं में विद्यालय में छात्रों के रूकने की प्रवृत्ति विकसित करना तथा ड्रापआउट रेट कम करना। बच्चों में भाई-चारे की भावना विकसित करना तथा विभिन्न जातियों एवं धर्मों के मध्य के अंतर को दूर करने हेतु उन्हें एक साथ बिठा कर भोजन कराना ताकि उनमें अच्छी समझ पैदा हो। उन्होंने कहा कि पीएम पोषण योजनान्तर्गत विद्यालयों में मध्यावकाश में छात्र छात्राओं को निर्धारित मीनू के अनुसार स्वादिष्ट एवं रूचिकर भोजन प्रदान किया जा रहा है। जिलाधिकारी के प्रयास से प्रत्येक बच्चे को सप्ताह में बुधवार को उपलब्ध कराए जा रहे दूध में शहद मिलाकर भी दिया जा रहा है।इस दौरान मध्याह्न भोजन प्राधिकरण उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मध्यान भोजन पर बनी लघु फिल्म दिखाई गई। इस अवसर पर रसोइयों के ड्रेस हेतु मिलने वाली धनराशि को बढ़ाने, मानदेय में वृद्धि सहित विभिन्न बिंदुओं पर संवाद स्थापित किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक रसोइया का कार्य एवं दायित्व बहुत ही महत्वपूर्ण है वह छोटे-छोटे बच्चों की भविष्य का निर्माण करती हैं बच्चों को एमडीएम के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराती हैं। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेन्द्र प्रताप सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार वर्मा तथा संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर उपस्थित रहे।

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