Ayodhya

रजिस्ट्री दफ्तर अकबरपुर के वरिष्ठ बाबू, भूमाफिया और दलाल राजस्व को पहुँचा रहे नुकसान

  • इन सभी के गठजोड़ से बेशकीमती जमीनों को खेती में दर्शाकर बैनामों का चल रहा खेल

  • शिकायतों के बावजूद निष्पक्ष जांच न होने से काले कारनामें लिप्त लोगों का हौसला बुलन्द

  • 35 लाख के सापेक्ष करोड़ों की जमीन बैनामा प्रकरण में भुक्तभोगी को नहीं मिल रहा न्याय,बना नजीर

    अम्बेडकरनगर। जिला मुख्यालय स्थित रजिस्ट्री दफ्तर अकबरपुर के बाबू की मिलीभगत से भूमाफिया और दलाल एक तरफ जहां मंशा में कामयाब है वहीं राजस्व को भारी पैमाने पर नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इस गठजोड़ में अशिक्षित कास्तकारों की जमीन में धोखाधड़ी का मामला भी आमबात हो गयी है। शिकायतें होने पर इनके विरूद्ध ठोस कार्यवाही न होने से सभी के हौसले बुलन्द है। इस तरह के मामले में पिछले दिनों का मामला जिसमें 35 लाख के सापेक्ष करोड़ों की जमीन का बैनामा नजीर बना है।
    ज्ञात हो कि सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा भ्रष्टाचार और अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश निरन्तर दिये जा रहे है इसके बावजूद भी उपनिबंधक कार्यालय अकबरपुर में इसका बोल-बाला है। यहां वरिष्ठ बाबू के रूप में चर्चित के द्वारा भूमाफियाओं और दलालों को संरक्षण दिया जा रहा है। इन सभी के गठजोड़ से सड़क के किनारे की बेशकीमती जमीनों को खेती दिखाकर बैनामा का खेल चल रहा है। यही नहीं जरूरतमंद कास्तकार जो नशेड़ी और कम पढ़े लिखे हैं उनकी जायजाद का सौदा भूमाफियाओं और दलालों द्वारा जिन सम्पत्ति का किया जा रहा है उससे इतर के बैनामें करवा लिये जा रहे हैं। ऐसी दशा में एक तरफ जहां लोग धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं वहीं राजस्व को भारी पैमाने पर नुकसान हो रहा है। 6 माह का ही रिकार्ड उठाकर देख लिया जाए तो इस दौरान दर्जनों मामले सदर तहसील क्षेत्र के आये हैं जिनमें उक्त वरिष्ठ बाबू और भूमाफिया और दलालों की भूमिका उभरकर सामने आयी है। इनमें धोखाधड़ी का शिकार हुए लोग न्याय के लिए भटक रहे हैं किन्तु उनकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही हैं जिसका मुख्य कारण भूमाफिया और दलालों की प्रशासनिक अधिकारियों में गहरी पैठ होना बताया जा रहा है। ऐेसे मामलों में ठोस कार्यवाही न होने से इस तरह के काले कारनामें में लिप्त लोगों का मनोबल बढ़ा हुआ है और आये दिन अपनी मंशा में कामयाब हो रहे हैं। पिछले दिनों के मामले को ही लिया जाए तो जिसमें अकबरपुर नगर के फतेहपुर पकड़ी की जमीन का दलाल बैजनाथ व सुरजीत ने भूमाफिया बलवन्त सिंह पुत्र दिनेश सिंह के हाथ 35 लाख रूपये में खतौनी धारक अनमोल से सौदा करवा और इन सभी ने मिलकर उसकी जमीन महरूआ रोड स्थित बेशकीमती जमीन 1430 वर्ग मीटर जो करोड़ों के कीमत की बतायी जा रही है इन सभी ने उक्त वरिष्ठ बाबू और रजिस्ट्रार से मिलकर दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवा लिया जिसकी जानकारी अनमोल को बाद में हाने पर उसके द्वारा डीएम,एसपी, मुख्यमंत्री व प्रभारी निरीक्षक अकबरपुर को शिकायती पत्र देकर जांच की मांग की गयी है किन्तु सप्ताह भर से अधिक बीतने जा रहा है अभी तक न तो इस भूमाफिया और दलालों तथा वरिष्ठ बाबू के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित हो सकी है। इससे साफ जाहिर है कि कहीं न कहीं भूमाफिया व दलालों और वरिष्ठ बाबू की पकड़ के चलते जालसाजी के साथ सरकार के राजस्व की हानि में रोक नहीं लग पा रही है। (सत्तापक्ष के एक नेता द्वारा जमीन बैनामा प्रकरण की खबर अगले अंक में )

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