भीटी अंबेडकरनगर। महरुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत दो माह के अंदर हुई दो हत्याओ का खुलासा पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है। अच्छेलाल एवं ओमप्रकाश हत्याकांड मामले में पुलिस अब तक हत्यारों तक नहीं पहुंच पाई। पुलिस दोनों घटनाओं के खुलासे से अभी कोसों दूर नजर आ रही है। पुलिस ने दोनों मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है। मामले में एक दर्जन से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ भी कर चुकी लेकिन कोई खास ठोस सबूत हासिल नहीं हो पाया है।
पहली घटना 24 मई की है। जहां थाना क्षेत्र अंतर्गत पाती गांव निवासी अच्छेलाल 20 साल से अपने ससुराल रहते थे।रात में 10 बजे घर के सामने दरवाजे पर सो रहे थे। बेटा सोनू मनसापुर गांव में बारात गया था पत्नी घोठीरा देवी गांव में विवाह के पहले होने वाले कार्यक्रम में गीत गाने गई थी। सास फुलवंता देवी दोनों कानों से सुनने में असमर्थ है। सास व अच्छेलाल दोनों सो रहे थे। उसी समय अज्ञात हमलावरों ने अच्छेलाल के सिर पर ठोस पदार्थ से हमला कर उन को मौत के घाट उतार दिया था। पत्नी की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज है। लेकिन दो माह बीत जाने के बाद भी अभी तक अच्छेलाल के हत्यारो तक पुलिस नही पहुच पाई है।
धीरे-धीरे मामला पुलिस की फाइलों में दफन होने लगा है। दूसरी घटना थाना क्षेत्र के मीरपुर मनसापुर गांव की है जहां 14 जुलाई की रात लगभग 2:00 बजे अपने सहन दरवाजे पर ओम प्रकाश यादव पुत्र ब्रह्मादीन सो रहे थे। तभी अज्ञात व्यक्ति द्वारा कुल्हाड़ी से प्रहार कर दिया। हल्ला गुहार होने पर जब तक ग्रामीण इकट्ठा हुए तब तक रात के अंधेरे का फायदा उठाते हत्यारा भाग निकला।
ओम प्रकाश की पत्नी द्वारा एंबुलेंस से पीड़ित को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां से चिकित्सकों ने अयोध्या के लिए रेफर कर दिया और अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। पत्नी लल्ला देवी की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया था। लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी दूसरी भी घटना का कोई अनावरण नहीं हो पाया है।