भुगतान पा चुके तदर्थ शिक्षकों की एडीएम को बधाई और डीआईओएस के कमाऊ पूतों पर कार्यवाही की लगाये आस
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भुगतान पा चुके तदर्थ शिक्षकों की एडीएम को बधाई और डीआईओएस के कमाऊ पूतों पर कार्यवाही की लगाये आस
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वरिष्ठ कोषाधिकारी समेत जिविनि व उनके करीबी बाबू तथा बालकिशन बने थे मामले में रोड़ा
(एम.एल. शुक्ल)
अम्बेडकरनगर। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा और वित्त विभाग दीपक कुमार द्वारा जारी शासनादेश के बाद भी जिला विद्यालय निरीक्षक और वरिष्ठ कोषाधिकारी की मिली भगत से 17 माह के बकाया वेतन को भुगतान कराकर आपने तदर्थ अध्यापकों के दिल में अपना स्थान तो बना ही लिया है। साथ ही साथ जो भी उक्त मामले में आपकी भूमिका को सुन पा रहा है भूरी-भूरी प्रशंसा करने के लिए अपने आप बाध्य हो जाता है परंतु डीआईओएस कार्यालय में आये दिन समस्या पैदा करने वाले डीआईओएस के कमाऊ पूत बाल किशन यादव और वरिष्ठ कोषाधिकारी बृजलाल के साथ ही साथ डीआईओएस गिरीश कुमार सिंह के अति करीबी पर कब होगी दफ्तर से विदाई।
यह आम जनमानस में कौतूहल का विषय बना हुआ है। सामान्य रूप से तो जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से आम जनता का काम बहुत कम ही पड़ता है लेकिन इन दिनों सोशल मीडिया और संचार क्रांति के कारण वहां के कारनामें अक्सर चर्चा में बने रहते हैं और तदर्थ अध्यापकों के बकाया वेतन मामले ने उस दफ्तर के काले कारनामें को घर-घर और जन-जन तक पहुंचा दिया है इतना ही नहीं गैर जनपद से तबादले का खेल इन दिनों डीआईओएस कार्यालय में जोर-जोर से चल रहा है जिसमे इनके कमाऊ पूतों के साथ साथ मृदभाशी साहब भी रबड़ी मलाई खा रहे हैं आम जनता को इनकी रबड़ी मलाई से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन यहां नए-नए कानून बनाकर जिस प्रकार से जनमानस को हैरान परेशान करने का खेल चलता है।
आम-जनमानस इसी से परेशान है क्योंकि देश के मुखिया मोदी और प्रदेश के मुखिया योगी हमेशा भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के हिमायती रहे हैं लेकिन इसके बावजूद भी जनपद मुख्यालय के इस महत्वपूर्ण कार्यालय में आए दिन नए-नए खेल हो रहे हैं जो चर्चाओं का केंद्र बने हुए हैं। आप जैसे जन प्रिय अधिकारी से आम जनमानस यह उम्मीद लगाए बैठा है कि आप अपनी कुशल प्रशासनिक क्षमता के बलबूते जनता को उनके कमाऊ पूतां से निजात दिलाएंगे ही दिलाएंगे।