Ayodhya

परिषदीय विद्यालयों में मीनू के अनुरूप भोजन और रसोईयों के मानदेय भुगतान करायें-अविनाश सिंह

  • विन्दुवार समीक्षा में बीएसए ने छात्रों व कार्यरत रसोईयों का उपलब्ध कराया डाटा

    अंबेडकरनगर। जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में पी.एम. पोषण योजना अंतर्गत रसोइयों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान जनपद के रसोइयों के साथ संवाद कर समस्याएं सुनी गई। बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान जिले में 1371 प्राथमिक विद्यालयों में 117603 छात्र एवं 678 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 73817 छात्र प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (मध्याह्न भोजन) योजना से आच्छादित हैं जिनमें 4958 रसोईया कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि मध्यान्ह भोजन योजना का उद्देश्य शासकीय एवं अशासकीय प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना। पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराकर बच्चों में शिक्षा ग्रहण करने की क्षमता को विकसित व छात्र संख्या बढ़ाना है। प्राथमिक कक्षाओं में छात्रों के रूकने की प्रवृत्ति विकसित करने तथा ड्रापआउट रेट कम करना है। बच्चों में भाई-चारे की भावना विकसित करने साथ जाति एवं धर्मों के मध्य के अंतर को दूर करने हेतु उन्हें एक साथ बिठा कर भोजन कराना ताकि उनमें अच्छी समझ पैदा हो। कहा कि पीएम पोषण योजनान्तर्गत विद्यालयों में मध्यावकाश में छात्र-छात्राओं को निर्धारित मीनू के अनुसार स्वादिष्ट एवं रूचिकर भोजन प्रदान किया जा रहा है। जिलाधिकारी के प्रयास से प्रत्येक बच्चे को सप्ताह में बुधवार को उपलब्ध कराए जा रहे दूध में शहद मिलाकर भी दिया जा रहा है। इस दौरान मध्याह्न भोजन प्राधिकरण प्रदेश सरकार द्वारा मध्यान भोजन पर बनी लघु फिल्म दिखाई गई। बैठक में रसोईयो द्वारा बताई गई समस्याओं को जिलाधिकारी द्वारा एक-एक करके गंभीरता के साथ सुना गया। तदोपरांत बताया कि आगामी दो दिवस के भीतर जिले के समस्त रसोइयों का माह अगस्त 2024 तक का संपूर्ण बकाये मानदेय का भुगतान संबंधित के बैंक खाते में कर दिया जाएगा। इसी के साथ ही उन्होंने आगामी त्यौहार के दृष्टिगत माह सितंबर और अक्टूबर के मानदेय का भुगतान भी समय से कराने हेतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में अध्यनरत बच्चों के लिए भोजन बनाने के साथ ही रसोइयों द्वारा आंगनबाड़ी के बच्चों का भी भोजन पकाया जाता है जिसके पारिश्रमिक के रूप में रसोइया को 50 पैसा प्रति बच्चा प्रतिदिन की दर से उनके मानदेय में अतिरिक्त जोड़कर प्रदान किया जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी ने जनपद के ऐसे विद्यालय जहां पर गैस चूल्हा उपलब्ध नहीं है वहां पर तत्काल उपलब्ध कराये जाएं। बैठक के दौरान डीसी मनरेगा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेन्द्र प्रताप सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार वर्मा तथा संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर उपस्थित रहे।

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