दोस्तपुर क्षेत्र की सफाई में लापरवाह कर्मचारी वाहन लेकर ईओ के आदेश पर पहुंच गये पहाड़पुर बस्तीपुर गांव में
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भाजपा और सपा नेताओं का गठजोड़ उजागर,मामले में पूंछने पर जिम्मेदार सच्चाई की कर रहे हैं पुष्टि
दोस्तपुर, सुल्तानपुर। स्थानीय नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी व अध्यक्ष साहिबा के प्रतिनिधि क्यों भेजते अपने नगर पंचायत की गाड़ी व सफाई कर्मचारी? शुक्रवार दोपहर के समय दोस्तपुर से लगभग सात किलोमीटर दूर पहाड़पुर बस्तीपुर में स्थित गाटा संख्या- 899 डॉ भीम राव अम्बेडकर नर्सरी बाल विद्यालय में नगर पंचायत के कर्मचारी सफाई करते हुए नजर आए। जब इस प्रकरण की जानकारी लेने पहुंचे पत्रकार को सफाई कर्मचारियां ने बताया कि राजेश गौतम विधायक के यहां शादी है इसलिए हम नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी व अध्यक्ष प्रतिनिधि के आदेश पर आया हूं। ज्ञात हो कि विधायक राजेश गौतम के कहने पर नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी व अध्यक्ष साहिबा के प्रतिनिधि ने गाड़ी नंबर यूपी-44-टी-8635 व बिना नम्बर प्लेट की थी यह नंबर चूना या पेंट से लिखा गया था। जब कि शासन द्वारा यह निर्देश है कि सभी गाड़ियों पर हाईटेक नम्बर प्लेट लगाए जाए इससे यह गाड़ी नंबर पर भी संदेह है। वहीं पर नगर पंचायत के दर्जनों कर्मचारी सफाई करते देखे गए वहां पर गाड़ी ड्राइवर से पूछने पर यह बताया गया कि हमे दशरथ साहब ने भेजा है। वहीं अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत दोस्तपुर से पूंछने पर बताया कि पहाड़पुर बस्तीपुर हमारे क्षेत्र में नहीं है लेकिन वहां पर साफ-सफाई करने के लिए विधायक राजेश गौतम व अध्यक्ष साहिबा के प्रतिनिधि के कहने पर यह व्यवस्था की गई है वहीं अध्यक्ष के प्रतिनिधि से पूछने पर यह बताया गया कि हमारी व विधायक की बैठती है इसलिए भेजा गया है। अब आप बुद्धिजीवी वर्ग सोचिए कि हम भाजपा व सपा के नाम पर चुनाव के समय अपनी-अपनी पार्टी को जिताने के लिए एक दूसरे से मारने काटने को तैयार रहते है लेकिन हम आप को यह बता दे कि इन नेताओं के कहने में हमें कभी नहीं आना चाहिए क्योंकि नगर पंचायत अध्यक्ष साहिब समाजवादी के पार्टी के सिंबल से नगर पंचायत का चुनाव जीती हैं और वही राजेश गौतम भाजपा से विधानसभा 191 से चुनाव जीते हैं। इस सब प्रकरण को देखने के बाद यह मालूम पड़ता है कि सरकारी धन का दुरुपयोग भाजपा व सपा नेता मिलकर कर रहे हैं। देखना यह है कि जिले के आला अधिकारी इस प्रकरण पर क्या कदम उठाते है जब की नगर पंचायत के किसी व्यक्ति को ऐसे में कोई काम पड़ जाए तो उनके यहां के कर्मचारी व गाड़ी खाली नहीं रहते जब की नगर पंचायत के लोग हाउस टैक्स किस बात का जमा करते हैं।