दो विभागों से वेतन आहरित करने वाले नटवरलाल फार्मासिस्ट के संरक्षणदाता बने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी
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👉प्रमिला गुप्ता ने लगाए विभाग के अधिकारियों पर सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का माखौल उड़ाने का आरोप
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👉शिकायत और जन सूचना अधिकार अधिनियम से खुलासा
लखनऊ। यूपी के एक नटवरलाल फार्मासिस्ट द्वारा दो विभागों से वेतन आहरित किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इसका खुलासा शिकायत और जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांग की सूचना से हुआ है।इसके बावजूद भी विभाग के उच्चाधिकारी कार्यवाही के बजाय जालसाज के संरक्षणदाता बने हैं जो सीएम योगी के फरमान को चुनौती दे रहे हैं।
मामला बाराबंकी जिले का है, शिकायतकर्ता प्रमिला गुप्ता ने इस मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत कराती आ रही हैं जो मूल रूप से गोमती नगर लखनऊ की रहने वाली हैं। इनके द्वारा जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी से वास्तविकता सामने आई कि राजेश पुत्र रामलाल बाराबंकी के जिला अस्पताल में फार्मासिस्ट के पद पर 3 अगस्त 2015 को तैनाती लिए इस बीच सहारा में भी नौकरी करके वेतन आहरित करते रहे।
उक्त नटवरलाल के विरुद्ध लगभग 5 साल से प्रमिला गुप्ता शिकायत करती आ रही हैं किंतु मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से लेकर अन्य उच्चाधिकारी लीपापोती करने में जुटे हैं।शिकायतकर्ता प्रमिला ने महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को पत्र भेजते हुए आरोप लगाया है कि सभी योगी सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति का माहौल उड़ा रहे हैं |