तालाब व खेल मैदान प्रकरण में शिकायत कर्ता को जेल भेजने से ग्रामीणों में आक्रोश
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तालाब व खेल मैदान प्रकरण में शिकायत कर्ता को जेल भेजने से ग्रामीणों में आक्रोश
जलालपुर,अम्बेडकरनगर। गाँव की बंजर भूमि, तालाब की भूमि, खेल मैदान के लिए आरक्षित सरकारी जमीन के कब्जे की शिकायत करना शिकायतकर्ता को भारी पड़ गया है। नाराज राजस्व व पुलिस विभाग के अधिकारियों ने शिकायतकर्ता को ही फर्जी केस में जेल भेज दिया है। शिकायतकर्ता गिरफ्तारी से नाराज ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए जाँच कर कार्यवाही की मांग की है। मामला मालीपुर थाना क्षेत्र के रसूलपुर बाकरगंज का है। गाँव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को प्रेषित शिकायती पत्र में बताया कि बीते कई वर्षों से रसूलपुर बाकरगंज के पास स्थित एक मंदिर में बाबा वीरेंद्र दास त्यागी पूजा पाठ करते है जो भूदान कमेटी के सदस्य भी हैं। बाबा वीरेंद्र दास ने गांव स्थित बंजर भूमि, तालाब की भूमि, खेल के लिए आरक्षित भूमि पर किये गये स्थाई व अस्थाई अतिक्रमण को कब्जामुक्त कराने के लिए मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल, जिलाधिकारी कार्यालय, संपूर्ण समाधान दिवस तथा थाना समाधान दिवस में सैकड़ों बार शिकायत दर्ज करा कर अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की थी। लेकिन प्रशासन द्वारा शिकायती पत्र कोई कार्यवाही न करते हुए इधर-उधर की रिपोर्ट लगाकर रफा दफा कर दिया जाता था। उसके बावजूद भी बाबा वीरेंद्र दास त्यागी अतिक्रमण हटाने के लिए अधिकारियों से बार-बार शिकायत करते रहते थे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि बाबा की शिकायत से परेशान होकर राजस्व व पुलिस विभाग के अधिकारियों के षड़यंत्र के तहत होली के बाद रात में घर पर सो रहे बाबा को मालीपुर पुलिस रात में घर से थाने ले आई तथा बैग में रखे शिकायतों से संबंधित कागजात और 32 हजार रुपए पुलिस द्वारा जब्त कर लिया गया। दूसरे दिन पुलिस द्वारा एक किलो दो सौ ग्राम अवैध गांजे की बरामदगी दर्ज करते हुए एनडीपीएस की धारा में मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया गया। पुलिस अधिकारियों के इस कृत्य से आक्रोशित ग्रामीणों शिकायती पत्र में बताया बाबा वीरेंद्र दास ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, सहित अन्य विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर लगातार मुखर रहते थे जिसके कारण विभागों के अधिकारी और कर्मचारी बाबा से नाराज रहते थे। इसी कारण बाबा वीरेंद्र दास को फर्जी केस में जेल भेज दिया गया है। ग्रामीणों द्वारा टीम गठित करते हुए पूरे मामले की जाँच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है।