जहाँगीरगंज प्रभारी की मनमानी और बीज की कालाबाजारी से किसान परेशान
अम्बेडकरनगर। जिले के विकास खण्ड़ जहाँगीरगंज राजकीय कृषि वीज भंडार तेन्दुआई कला जहाँगीरगंज में रबी फसल की बुआई के लिए किसानों को अनुदानित दर पर बीज उपलब्ध कराया जाता है। आपको बता दे कि राजकीय कृषि बीज भंडार कार्यालय जहाँगीरगंज परिसर में कृषि कार्यालय में गेहूं का बीज एव सरसों चना का बीज उपलब्ध नहीं हो पाने की वजह से किसानों में असंतोष देखा जा रहा है। वृहस्पतिवार को जहाँगीरगंज क्षेत्र गांव सिंघलपटटी गढ़वल देवलर कमालपुर पिकार पदुमपुर इन्दौरपुर उर्फ घिनहापुर माझा कम्हारिया सहित अनेकों गांव के लोग को एक लगभग डेढ़ दर्जन पुरुषों को बगैर गेहूं का बीज लिए घर वापस कृषि कार्यालय से लौटना पड़ा। हम लोग की बातों को नहीं सुनते हैं बात सुनकर अनदेखा कर देते हैं 10 से 15 किलोमीटर दूर से बीज लेने विकास खण्ड़ जहाँगीरगंज कार्यालय आये हैं लेकिन यहां गेहूं बीज चना सरसों का बीज उपलब्ध नहीं है उन्हें वापस लौटाया जा रहा है। राजकीय कृषि बीज भंडार जहाँगीरगंज कृषि प्रभारी रमेश बर्मा की मनमानी से परेशान जनता। और वही किसानों ने बताया कि कृषि प्रभारी रमेश वर्मा एव पार्वाधिक सहायक कृषि विभाग संजीव कुमार ,कंप्यूटर ऑपरेटर देवेंद्र कुमार सहित इन कर्मचारियों की मनमानी से परेशान किसान। राजकीय कृषि वीज भंडार कृषि विभाग जहांगीरगंज कृषि प्रभारी सहित कृषि विभाग कर्मचारीयों ने उच्चय अधिकारी की साफ छवि को धुमील करने में तन्मयता के साथ लगे हुए हैं। कृषि विभाग के सभी कार्यालय कर्मचारी ने अपने चाहेते लोगों को गेहूं का बीज करते हैं वितरित। गेहूं का बीज अभी नहीं आया है। बीज एक-दो दिन में उपलब्ध होने के बाद भी नहीं इन्होंने दी सूचना। इधर, राजकीय कृषि बीज भंडार जहाँगीरगंज कार्यालय परिसर में बीज लेने के लिए किसानों की भीड़ देखी गयी। कृषि प्रभारी इनके द्वारा राजकीय बीज भंडार कृषि विभाग जहाँगीरगंज कार्यालय परिसर में बीज का वितरण किया जा रहा है। उपस्थित लोगों ने बताया कि में गेहूं का बीज सरसों, चना बीज सरकारी दर मूल्य रुपये से ज्यादा रुपये लिए जा रहे हैं गेहूं एक हजार क्विंटल पीछे और नहीं सुबह समय से राजकीय बीज भंडार कृषि विभाग कार्यालय खुलता है समय रहते हुए भी कृषि विभाग कार्यालय कर्मचारियों द्वारा कार्यालय में ताला लगा दिया जाता है जिससे किसान बीज लेने आते है कार्यालय पर और ताला बंद दे वापस घर लौट जाते हैं यह मनमानी कृषि विभाग के कर्मचारियों की आए दिन चलती रहती है।