Ayodhya

कुंभ ही नहीं सभी अच्छे कार्यों का विरोध समाजवादी पार्टी की मानसिकता :डॉ धर्मेन्द्र

 

लखनऊ। कुंभ ही नहीं हर अच्छे कार्यों का विरोध करना समाजवादी पार्टी की मानसिकता है आज देश ही नहीं विदेश से लोग महाकुंभ में आकर स्नान करके स्वयं को धन्य मान रहे हैं लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने इसे मृत्यु कुंभ कहा और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उसका समर्थन किया जो तुष्टिकरण की प्रकाष्ठा है उक्त बातें भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विधान परिषद के सदस्य डॉक्टर धर्मेंद्र सिंह ने विधान परिषद में कुंभ पर अपना पक्ष रखते हुए कहा डॉक्टर सिंह ने आगे कहा कि जब राम सेतु के मुद्दे पर यूपीए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री ?राम को काल्पनिक बताया था उस समय भी समाजवादी पार्टी ने उसका समर्थन किया था इतना ही नहीं जिस पश्चिम बंगाल में जय श्रीराम के नारे से परहेज है और ममता बनर्जी के सरकारी गुंडे मां दुर्गे की पूजा अर्चना में अवरोध उत्पन्न करते हैं ऐसे लोगों से अच्छे कार्यों की उम्मीद करना बेईमानी होगी होगी। आज देश ही नहीं विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आकर महाकुंभ में स्नान कर स्वयं को धन्य समझ रहे हैं। पाकिस्तान से आए 68 सदस्य डेलिगेशन ने सरकार की व्यवस्था और महाकुंभ की बहुत ही सराहना की है इतना ही नहीं सात समुद्र पार से आए फ्रांस के प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर इंजीनियर यूनेरी ने महाकुंभ की सराहना करते हुए कहा कि मेरे जीवन में सब कुछ था लेकिन जब मैं यहां आकर कुंभ में स्नान किया तो मुझे लगा कि आज जो मेरे जीवन में कमी थी वह पूरी हो गई और मैं अपने आप को धन्य मान रहा हूं और सनातन धर्म को स्वीकार करता हूं विदेशों से आ रहे महत्वपूर्ण लोग स्वयं को महाकुंभ में डुबकी लगाकर सनातन भारतीय संस्कृति तथा सरकार की व्यवस्था की सराहना करते थक नहीं रहे हैं वहीं विरोधी लोगों को यह नहीं पच रहा है जो उनके ओछी मानसिकता का प्रतीक है ये वही लोग हैं जो अयोध्या में निहत्ते रामसेवकों पर गोली चलवा कर तूष्टिकरण को बढ़ावा देते रहे। डॉ धर्मेंद्र ने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में और योगी के सफल नेतृत्व में शानदार दिव्य महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए केंद्र और प्रदेश की सरकार बधाई की पात्र है जितनी भी सराहना की जाए वह कम होगी जहां श्रद्धालु स्नान कर भारतीय संस्कृति और रीति-रिवाज से स्वयं को जोड़ कर आनंद का अनुभव कर हैं। वही लाखों गरीब परिवारों को रोजगार मिल रहा है जिससे उनका जीवन यापन हो रहा है लेकिन तुष्टिकरण वाले राजनीतिक दलों को यह खल रहा है जो निंदनीय हैं।

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