इस जालसाज के खिलाफ मुकदमा के बावजूद भी युवाओं को रेलवे में नौकरी के लिए बना रहा है शिकार
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मालीपुर के स्थानीय रहने वाले भुक्तभोगी विनय यादव की तहरीर पर पुलिस ने दर्ज किया है एफआईआर
अम्बेडकरनगर। थाना मालीपुर क्षेत्र के रहने वाले जालसाज जो वाराणसी रेलवे मण्डल कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है, के द्वारा युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का कारोबार थम नहीं रहा है जब कि स्थानीय थाना क्षेत्र के एक युवक को नौकरी का झांसा देकर 5 लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज किया है और जांच जारी है। इन सबके बावजूद उसकी सेहत पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।
ज्ञात हो कि उक्त थाना अन्तर्गत स्थानीय निवासी विनय यादव पुत्र स्व. मंशाराम ने गत माह थाने में दिये तहरीर में अवगत कराया था कि इसी थाना क्षेत्र के गुवांवा जमालपुर के रहने वाले मनीष यादव पुत्र दिनेश जो वाराणसी रेलवे मण्डल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर तैनात है, के द्वारा यह कहकर कि उसकी अधिकारियों में अच्छी पकड़ है, नौकरी चाहो तो दिलवा देंगें। बताया है कि झांसे में आकर 4 लाख 60 हजार रूपये आरोपी मनीष और उसके परिवार के खाते में भेज दिया। इसके बाद मनीष द्वारा एक नियुक्ति पत्र भी उपलब्ध कराया गया और उसने यह बताया कि इसे लेकर मण्डल कार्यालय जाओ और ज्वाइन कर लो। बताया है कि वहां जाने के बाद दफ्तर में यह जानकारी मिली कि यह पूरी तरह फर्जी है, सुनते ही पैरों तलें जमीन खिसक गयी। मामले में पुलिस एसपी के आदेश पर जालसाल आरोपी मनीष यादव के विरूद्ध गंभीर धाराओं में अभियोग पंजीकृत करते हुए जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार इधर जालसाज मनीष यादव का कारोबार फल-फूल रहा है। इस जिले के अलावा आस-पास जनपदों में वह और उसके गिरोह में शामिल लोग युवाओं को ठगी का शिकार बनाने में जुटे हैं। बताया जाता है कि इस जालसाज गिरोह द्वारा दर्जनों की संख्या में लोगों को जाल में फंसाया जा चुका है जिन्हें नौकरी नहीं मिली और अपने दिये रकम के लिए उसकी व गिरोह के सदस्यों की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं कि किसी तरह उनके खून और पसीने की कमाई वापस हो जाए। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यदि इस थाने में दर्ज मुकदमें की जांच पुलिस द्वारा निष्पक्ष की गयी तो एक बड़े जालसाज गिरोह का पर्दाफाश होगा और इन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ेगी।