Ayodhya

अपने को भीटी तहसीलदार का कथित छोटा पेशकार बताने वाले अवैध कर्मी की सम्पत्तियों को लेकर चर्चा

मुकदमों में फैसला दिलवाने के नाम पर वादकारियों से सौदेबाजी में माहिर है छोटा पेशकार

अम्बेडकरनगर। भीटी तहसीलदार का अपने को कथित छोटा पेशकार बताने वाले के द्वारा मुकदमों में फैसला दिलवाने के नाम पर वादकारियों से सौदेबाजी कर नाजायज सम्पत्तियों के अर्जित करने का मामला चर्चा का विषय बना है जिसकी शिकायतें भी हो रही है किन्तु गंभीरता से न लिये जाने के चलते वह अपनी मंशा में पूरी तरह से कामयाब है। जानकारी के अनुसार तहसीलदार कार्यालय में एक राजेन्द्र यादव नाम का अवैध कर्मी कार्य कर रहा है जिसके द्वारा तहसीलदार न्यायालय से लेकर किसी फरियादी के शिकायती पत्रों पर हस्ताक्षर अथवा मुकदमों में फैसला दिलवाने के नाम पर छोटा पेशकार बताकर वादकारियों से सौदेबाजी का कृत्य किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार उक्त छोटे पेशकार के द्वारा तहसील क्षेत्र के दर्जनों वादकारियों से उन्हें उनके मुकदमें में फैलसा पक्ष में दिलवाकर उसके एवज में बेशकीमती जमीनों के कुछ अंश बदले में लिये गये है ऐसी जमीने मिझौड़ा सहित इर्द-गिर्द की बाजारों से होकर सड़कों के किनारे हैं जिसकी कीमत मौके पर कई लाख रूपये बताया जा रहा है। मिझौड़ा के आधा दर्जन स्थानीय लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि छोटे पेशकार को कोई वेतन तो नहीं मिलता है लेकिन जिस तरीके से उसकी तहसील के अधिकारियों में गहरी पैठ है नौकरी से मिलने वाले वेतन से कई गुना अधिक सम्पत्ति अर्जित कर ली गयी है। लोगों ने बताया कि छोटे पेशकार के इस काली करतूत की शिकायत भी कई बार अधिकारियों से की जा चुकी है किन्तु कोई गंभीरता से लेना उचित नहीं समझ रहा है इससे साबित होता है कि कहीं न कहीं तहसील के अधिकारी उसके जरिये मिलने वाले रिश्वत में उनका भी हिस्सा रहता है। इसी के चलते अवैध कर्मी पर सभी की कृपा बरस रही है।

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