Ayodhya

अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर चौकी प्रभारी शिवांगी त्रिपाठी ने महिलाओं को बताये अधिकार

  • खण्ड विकास अधिकारी अंजलि भारती और भाजपा नेत्री किरन पाण्डेय ने भी अपने विचार व्यक्त किये

जलालपुर,अंबेडकरनगर। पूरी दुनिया में लैंगिक असमानता को समाप्त करने व महिलाओं द्वारा किए जा रहे कार्यों को पहचान प्रदान करने हेतु प्रतिवर्ष 8 फरवरी को मनाया जाने वाले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर क्षेत्र में विभिन्न आयोजनों के माध्यम से महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत समाज की अग्रणी महिलाओं से बात कर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों,चुनौतियों तथा उनके समाधान पर चर्चा की गई। उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस प्रति वर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है।

इसका प्रारंभ वर्ष 1908 में 8 मार्च को संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में महिलाओं द्वारा निकाली गई एक रैली के माध्यम से हुआ था जिसमें महिलाओं द्वारा समान कार्य के आधार पर समान वेतन, काम के घंटे में कमी, वोट डालने के अधिकार तथा गरिमापूर्ण जीवन की मांग की गई थी। इसके कुछ समय पश्चात यूरोप में 8 मार्च को किये गये इस तरह के महिला आंदोलनों ने धूम मचाई थी।

इसके पश्चात वर्ष 1975 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रतिवर्ष 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की मान्यता दी गई। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाने वाली महिलाओं से बात करते हुए उनसे महिलाओं के जीवन में आने वाले चुनौतियों तथा उनके समाधान पर चर्चा की गई।

जलालपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भियांव विकास खंड की खंड विकास अधिकारी अंजलि भारती ने कहा कि पुरुष प्रधान भारतीय समाज में महिला होना हमेशा से चुनौती पूर्ण रहा है। आज भी सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने हेतु विभिन्न सरकारी योजनाएं चलाई जा रही है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना इसका एक आदर्श उदाहरण है जिसमें सरकार व परिवार के सहयोग से बेटियां शिक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों में नित्य नए आयाम गढ़ रही हैं।

राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय वरिष्ठ भाजपा नेत्री किरण पांडेय ने क्षेत्र की महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज भी महिलाओं के समक्ष पारिवारिक, सामाजिक, सुरक्षा व जागरूकता जैसी चुनौतियां खड़ी रहती हैं। सामाजिक नेतृत्व के जरिए इन मुद्दों का राजनीतिक तथा विधिक समाधान निकालने का प्रयास किया जाता है। केंद्र एवं प्रदेश की सरकार द्वारा महिलाओं को लक्षित करके उनके सशक्तिकरण हेतु अनेक प्रयास किया जा रहे हैं।

किसी भी महिला को अपने संविधान प्रदत्त अधिकारों के प्रति जागरूक रहते हुए उनके विरुद्ध किए जा रहे अपराधों पर आवाज उठानी चाहिए। जलालपुर कोतवाली में तैनात रही महिला चौकी प्रभारी शिवांगी त्रिपाठी ने कहा कि किसी भी समाज में महिला सुरक्षा हमेशा से एक संवेदनशील मुद्दा रहा है।

आज भी विभिन्न क्षेत्रों में महिलाएं अपने साथ की गई अन्य के प्रति आवाज उठाने में अक्षम साबित होती है जिसके लिए सरकार द्वारा विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। आज के समय में पुलिस व सुरक्षा बलों में भी महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व देने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त सामाजिक सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण जैसे अनेक मुद्दे हैं जिनमें प्रशासन द्वारा उल्लेखनीय भूमिका निभाई जा रही है।

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