N R मंडल : वाराणसी स्टेशन पर आधा दर्जन मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के संचालन बंद होने से अधिकारी रेलवे बोर्ड तालाब
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N R मंडल : वाराणसी स्टेशन पर आधा दर्जन मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के संचालन बंद होने से अधिकारी रेलवे बोर्ड तालाब
गार्डो एवं चालकों की कमी से मचा हङकंप, दर्जनों लोको निरीक्षक व गार्ड फरमा रहे आराम
लखनऊ | उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल अधिकारियों की आपसी खींचतान में मचा हङकंप लगभग आधा दर्जन मेल एक्सप्रेस ट्रेन कर्मचारियों के अभाव में खङी रहीं जिससे रेलवे बोर्ड एवं जीएम आफिस में हङकंप मचा हुआ है अब देखना ये है कि रेल मंत्रालय इसका असली दोषी को क्या सजा देता है।
रेल के अधिकृत सूत्र ने बताया कि
बीते दिवस उस समय हङकंप मच गया जब वाराणसी जैसे वीआईपी स्टेशन पर लगभग आधा दर्जन मेल ट्रेन लोको पायलटों एवं गार्डो के कमी के चलते खङी हो गयीं जिससे रेलवे का लगभग करोङों का नुकसान हुआ ।विश्वस्त्र सूत्रों से पता चला है कि मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी को रेलवे बोर्ड / जीएम
आफिस ने तलब कर लिया है।
आखिर ये वास्तविकता क्या है इस संबंध में छानबीन करने पर जो तथ्य प्रकाश में आये हैं वह काफी रोचक बताये जा रहे हैं एंव रेलमंत्री के भ्रष्टाचार की जीरो टारलेंस नीति की खुलेआम धज्जियां उङायी गयी हैं। लखनऊ मंडल में इसके पहले सीडीएम्ई O&F मैकेनिकल का पद सृजित था जिसको भ्रष्टाचार को लेकर रेलवे बोर्ड ने खत्म कर दिया और सारा अधिकार सीडीईई के अधीन कर दिया जिस पर सीडीईई अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो चुके हैं।
एक लोको निरीक्षक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लखनऊ मंडल में ड्राईवर से पदोन्नति करके वेतन का 30% की बढोत्तरी करके कुल 40 लोको निरीक्षक बनाये गये हैं जिनकी डियूटी लोको चालक (ड्राईवर) की देखरेख करना ,और उनको अपने अनुभवों से अवगत कराना एवं ट्रेन में फुटप्लेट करके माईलेज के रुप में 5.30/-रुपये प्रति किलो मीटर लेना, लेकिन 40 में से 20 इंस्पेक्टर आफिस में कार्य करके ठेकेदारों एवं विभागीय कर्मियों से धन उगाही में संलिप्त बताये जा रहे हैं .
और ये
एक अधिकारी का काफी चहेते बताये जाते हैं लेकिन ये अंगद की पांव की तरह जमे हुए हैं जिनमें कुछ तो यूनियनों के खास चहेता भी बताये जा रहे हैं कुछ इंस्पेक्टर तो करोङों का प्रापर्टी भी बना चुके हैं। उक्त सूत्र ने बताया कि सभी सीएल्आई को एक -एक सहायक भी मिला हुआ है जब कि इनको कंप्यूटर का ज्ञान तक नहीं है।सूत्रों के अनुसार मंडल रेल प्रबंधक मनीष थपलियाल जो काफी ईमानदारी से लगे हुए हैं क्या इन भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगा पायेंगें।