40 साल के मकान की दीवार ढहवाकर प्रधान ने कराया जबरिया अवैध रास्ते का निर्माण

अधिकारियों के फोन पर पीड़ित देता रहा सूचना, सभी डिप्टी सीएम के कार्यक्रम में होने का बनाते रहे बहाना
अंबेडकरनगर। दीवाल तोड़कर ईंट उखाड़कर छत के भीतर कमरे के अन्दर से रास्ता का निर्माण चर्चा का विषय बन गया है। यह हाल तब है जब राजस्व प्रशासन और बीडीओ ने निर्माण पर रोक लगाया था। पीड़ित पुलिस और राजस्व अधिकारियों को फोन कर घर के अन्दर से रास्ता निर्माण रोकने की गुहार लगाता रहा किंतु अधिकारी कर्मचारी डिप्टी सीएम के कार्यक्रम में व्यस्तता की बात कह पल्ला झाड़ते रहे। लिहाजा सैकड़ों दबंगों और मजदूरों के साथ पहुंचे ग्राम प्रधान ने जबरिया इंटेलॉकिंग ईंट लगा घर के अन्दर से रास्ता निर्माण करा ही दिया।प्रकरण जलालपुर कोतवाली के रुकूनपुर कासिमपुर गांव का है। रुकूनपुर कासिमपुर के मजरे छतनरवा निवासी राम सुभाष वर्मा पुत्र राम निहाल का पक्का घर लगभग 40 वर्ष पहले बना था। इन्हीं के छत के नीचे से विशेष परिस्थितियों में पड़ोसी बाबूलाल वर्मा पुत्र राम निहोर आदि का परिवार कभी कभार आता जाता था। इन्हीं की दीवाल तोड़कर और छत के नीचे से ग्राम प्रधान ने विपक्षी बाबूलाल के लिए इंटरलॉकिंग लगाने का कुचक्र रचा। एक 2008 का समझौता दिखाकर इसी समझौते के अनुसार रास्ता निर्माण की बात कही। समझौता नामा पर पिता और चाचा का फर्जी हस्ताक्षर है इसकी शिकायत सुभाष वर्मा ने 8 मार्च को जिलाधिकारी 22 मार्च को थाना समाधान दिवस और 27 अप्रैल को जलालपुर पुलिस से किया। इस दौरान हल्का लेखपाल सुनील कुमार आदि गांव पहुंच स्थिति का जायजा लिया और किसी के घर के अन्दर से रास्ता निर्माण नहीं करने की सलाह दिया। शिकायत पर बीडीओ ने सचिव को बगैर किसी अधिकारी के आदेश तक निर्माण नहीं करने का मौखिक आदेश दिया। मंगलवार को जब तहसील के अधिकारी पुलिसकर्मी लेखपाल आदि डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के कार्यक्रम को संपन्न कराने में जुटे थे। ग्राम प्रधान अपने सैकड़ो साथियों और मजदूरो को लेकर सुभाष के घर पहुंचा। उनकी दीवाल गिरा दया और दबंगई और गुंडई के बल पर उनके घर के अदर से इंटरलॉकिंग ईंट लगाकर रास्ते का अवैध निर्माण करा दिया। घर के अन्दर से रास्ता निर्माण पर पुलिस और राजस्व विभाग मौन है।