सेवानिवृत लेखपाल समेत तीन के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा
अंबेडकरनगर। सेवानिवृत लेखपाल ने दलित की भूमि की दूसरे के नाम कूट रचित फर्जी खतौनी बना दिया। किया रचित फर्जी खतौनी से उसकी भूमि को बैनामा करने का प्रयास हुआ तो रजिस्ट्री आफिस में नकली खतौनी की पोल खुल गई। बावजूद इसके फर्जी खतौनी धारक ने साधारण स्टाम्प पर ही जमीन बेच दिया है। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने तीन लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जलालपुर के उस्मानपुर निवासी दलित बुजुर्ग झगरू ने विशेष न्यायाधीश एससी एसटी अंबेडकरनगर की अदालत में वाद दायर कर लेखपाल समेत अन्य के विरुद्ध गम्भीर आरोप लगाया। कहा कि खतौनी संख्या 543 में दो विस्वा का संक्रमणीय स्वामी है। बुजुर्ग ने बताया कि सुरहुरहुर थाना मालीपुर निवासी रिटायर लेखपाल रमाशंकर गौड़ ने मोहल्ले के मो. कासिम एवं बल्ली चौहान के साथ मिल कर मो. कासिम के नाम फर्जी खतौनी बना दिया। भूमि को फर्जी खतौनी धारक से बल्ली बैनामा लेने रजिस्ट्री आफिस जलालपुर पहुंचा तो खतौनी फर्जी निकली और रजिस्ट्रार ने बैनामा लिखने से इनकार कर दिया। विपक्षी कासिम ने एक साधारण स्टाम्प पर बल्ली के नाम जमीन कर दिया। बीते 24 जुलाई को फर्जी खतौनी धारक जब जमीन पर कब्जा करने आए तो विरोध करने पर गाली-गलौज कर जान से मार देने की धमकी दिया गया। स्थानीय थाने पर शिकायत करने पर विपक्षीगणों के प्रभाव में कार्रवाई नहीं हुई। विशेष न्यायाधीश एससी एसटी ने आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। कोतवाल जलालपुर संतोष कुमार सिंह ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने तीनों आरोपितों के विरुद्ध धोखाधड़ी कर दलित की जमीन कब्जा करने का प्रयास करने के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।