सरकारी अस्पतालों में गायब रहते हैं चिकित्सक,मरीजों का इलाज कर रहे फार्मासिस्ट
अम्बेडकरनगर। जिलाधिकारी समेत अन्य जिलास्तरीय अधिकारियों द्वारा सरकारी अस्पताल का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद भी कोई पहुंचने को तैयार नहीं है। सरकारी अस्पताल में तैनात चिकित्सक बीते कई माह से लापता है उनके स्थान पर फार्मासिस्ट डॉक्टर की तरह मरीजों की जांच कर दवा दे रहा था। पूछताछ में उसने बताया कि आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक डाक्टर सब बेकार है उनसे ज्यादा रोग और दवा की जानकारी एलोपैथिक फार्मासिस्ट की होती है। यह हाल है जलालपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से संबद्ध बाकरगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का जहां सोमवार को अकेले फार्मासिस्ट राम पुजारी अस्पताल में मरीजों की जांच कर दवा दे रहे थे। सरकार ने अति पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों के स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आदि खोल रही है। ऐसा ही एक सरकारी अस्पताल जलालपुर तहसील के बाकरगंज गांव में स्थापित है। कांदीपुर, रसूलपुर बाकरगंज, कालेपुर महुवल, भिस्वा चिंतौना समेत अन्य आस-पास के ग्रामीणों के इलाज के स्थापित इस अस्पताल पर डाक्टर और कर्मचारियों की कमी है। वर्तमान समय में इस अस्पताल पर तैनात डाक्टर बीते कई माह से लापता हो गए हैं। इसकी सूचना लगातार सीएमओ कार्यालय को भेजी जा रही है। इसके बावजूद किसी डाक्टर की तैनाती नहीं की जा रही है। अस्पताल में डाक्टर नहीं होने से यहां तैनात फार्मासिस्ट जिसकी जिम्मेदारी डाक्टर द्वारा लिखे गए दवा को देना है वह जांच कर दवा दे रहा था। फार्मासिस्ट राम पुजारी यादव ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयुर्वेदिक और होम्यो डाक्टर की तैनाती पर सवाल खड़ा कर दिया और कहा कि इनसे बढ़िया फार्मासिस्ट होते है जिन्हें एलोपैथिक दवा की जानकारी होती है। सोमवार को फार्मासिस्ट के अलावा अन्य कोई मौजूद नहीं था। यहां तैनात डाक्टर बीते कई माह से गायब है जिनके विषय में लगातार सीएमओ को सूचना दी जा रही है। डाक्टर उपलब्ध नहीं है लिहाजा फार्मासिस्ट मजबूरी में दवा आदि दे रहा है। डॉ जय प्रकाश अधीक्षक सीएचसी जलालपुर।