सरकारी अस्पतालों में अग्निशमन व्यवस्था न होने से घटनाओं की आंशका
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झांसी में हुए हृदय विदारक हादसे के बावजूद जिले का स्वास्थ्य महकमा गंभीर नहीं
जलालपुर,अंबेडकरनगर। झांसी के अस्पताल में हुई ह््रदय विदारक घटना से जहां पूरे प्रदेश में सभी अस्पतालों की अग्निशमन व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में संचालित किये जा रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा महिला चिकित्सालय में अग्निशमन व्यवस्था अभी भी भगवान भरोसे चलते दिखाई पड़ रही है। विगत दिवस कस्बे में संचालित महिला अस्पताल में अग्निशमन व्यवस्था की पड़ताल की गयी जिसमें किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं पाई गई। अस्पताल परिसर में न तो किसी भी प्रकार के अग्निशामक यंत्र की व्यवस्था दिखाई और ना ही आज की घटना में प्रयुक्त होने वाले ओवरहेड टैंक अथवा पानी के पाइप की। बता दें कि कस्बे के बीचों-बीच स्थित इस महिला अस्पताल में रोजाना सैकड़ों की संख्या में महिलाएं अपना इलाज करवाने अथवा बच्चों के टीकाकरण हेतु आती हैं। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगपुर में अस्पताल की बिल्डिंग के अंदर स्मोक डिटेक्शन सेंसर तथा फायर हाइड्रेंट सिस्टम लगा हुआ मिला किंतु अभी उसको ओवरहेड टैंक से कनेक्शन नहीं दिया गया है जिसका निर्माण कार्य चल रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में ही प्रसव केंद्र भी स्थित है जो अभी भी गरीब महिलाओं का सहारा बना हुआ है, ऐसे में शायद प्रशासन झांसी के अस्पताल वाली घटना की पुनरावृत्ति का इंतजार कर रहा है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ जयप्रकाश ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अग्निशमन व्यवस्था की जा रही है। फायर हाइड्रेंट सिस्टम का नेटवर्क पूरे अस्पताल में फैला दिया गया है जल्दी इसको पानी के स्रोत से जोड़ दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त अग्निशमन बल के अधिकारियों द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों को अग्निशमन का प्रशिक्षण दिया जाना भी प्रस्तावित है। महिला अस्पताल में अभी अग्निशमन व्यवस्था नहीं है जिसकी सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को भेज दी गई है। महिला अस्पताल हेतु अग्निशामक यंत्रों की मांग की गई है। क्षेत्र के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दो दो फायर एक्सटिंगुइशर उपलब्ध करा दिया गया है।