विजलेंस टीम की कार्यवाही के विरोध में लेखपालों ने किया प्रदर्शन,भेजा ज्ञापन
अम्बेडकरनगर। एंटी करप्शन विजलेंस टीम द्वारा किसानों के साधारण शिकायत पर राजस्व कर्मियों को जबरन ट्रैप के केस में फंसाया जा रहा है। इस कार्यवाही को रोके जाने को लेकर जलालपुर लेखपाल संघ अपनी मांग पूरी करने के लिए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। तहसील भवन में आयोजित धरना प्रदर्शन में राजस्व निरीक्षकों के साथ कार्यालय में कार्यरत लेखपाल भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में आरोप है कि लेखपाल जमीनी स्तर पर कार्य करने के वजह से सीधे किसानों से जुड़ा होता है। जमीनों विवाद को हल कराने के लिए किसान लेखपाल के पास ही आते है। अवैध अतिक्रमण विविध योजनाओं में जमीन की पैमाईश और चिन्हीकरण आदि पर अवैध कब्जा धारक विपक्षी उक्त एजेंसियों से झूठी शिकायत करती है। एंटी करप्शन एंटी विजलेंस टीम स्वयं शिकायत अपने मन माफिक लिखवाती है और जेब में जबरन रुपया डलवा कर हाथ में केमिकल का प्रयोग कर हाथ धुलवा कर गिरफ्तार कर लेती है। इसका ताजा उदाहरण गाजीपुर जनपद में बीते दो जनवरी 25 को घटित हुई। सोशल मीडिया पर उपलब्ध वीडियो में कासिमाबाद का लेखपाल शिकायतकर्ता के गांव से लगभग 2.5 किलोमीटर दूर दर्जनों गांव वासियों के सामने पैमाईश कर रहा है। इसी दौरान विपक्षी पहुंचा और लेखपाल की जेब में रुपया डाल दिया। जब लेखपाल रुपया वापस करने लगा इसी बीच एंटी करप्शन टीम लेखपाल को गिरफ्तार कर लेती है। ग्रामीणों ने इसका मौके पर और थाना पहुंच विरोध किया गया। जिससे स्पष्ट है कि लेखपाल भ्रष्ट नहीं था। इसी तरह लखनऊ, महराजगंज समेत अन्य जनपदों में राजस्व कर्मियों को ट्रैप में फंसाया गया है। मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में लिखा गया है कि यूपी लेखपाल संघ भ्रष्टाचार का विरोध करता है। भ्रष्टाचार पर रोक लगाना स्वच्छ प्रशासन और कल्याणकारी राज्य के लिए जरूरी है। किंतु उक्त संस्थाओं द्वारा अपना टारगेट पूरा करने अथवा जनमानस में कर्मचारियों की क्षवि खराब के लिए उसे जबरदस्ती फंसाया जा रहा है। इनकी मांग है कि उक्त संस्थाओं को मिली जानकारी की जांच होनी चाहिए यदि प्रकरण सही मिले तभी कार्यवाही होनी चाहिए। यदि राजस्व कर्मियों को कोई घुस दे रहा है तो उसके विरुद्ध भी कार्यवाही होनी चाहिए। धरना प्रदर्शन में तहसील अध्यक्ष जयकरन, सचिव अजय प्रताप यादव, गुलनाज बानो, रविकांत तिवारी, राजेंद्र प्रसाद, राजस्व निरीक्षक भुवन प्रताप, मिश्रीलाल, राजकपूर गुप्ता समेत अन्य सभी मौजूद रहे।