Ayodhya

लोकतांत्रिक अधिकार को लेकर किशोरी बालिकाओं का प्रशिक्षण आयोजित

 

अंबेडकरनगर / संवैधानिक मूल्यों व लोकतांत्रिक अधिकार को लेकर किशोरी बालिकाओं का दो बैच में दो.दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन उच्च प्राथमिक विद्यालय अल्लीपुर कोड़रा व पंचायत भवन सिसानी अखईपुर में हुआ जहां पर अकबरपुर विकासखण्ड के ताराखुर्द व चन्दनपुर न्याय पंचायत के 8 ग्राम पंचायतो से 109 किशोरी बालिकाओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रतिभागिता किया।   जन विकास केन्द्र भितरीडीह के निर्देशन मे किशोरी बालिका सशक्तिकरण कार्यक्रम द्वारा आयोजित प्रशिक्षणो को सम्बोधित करती हुई केन्द्र सचिव गायत्री ने कहा कि सभी किशोरियों को भारतीय संविधान के मूल्य लोकतांत्रिक व्यवस्था एवं अधिकार के साथ मौलिक कर्तव्यों पर प्रशिक्षित कर एक सुयोग्य नागरिक बनाना हमारा अभीष्ट है। ताकि सभी संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों संस्थाओं राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान का आदर करें। स्वतंत्रता के लिये राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को हृदय में संजोये रखें और उनका पालन करें। भारत की संप्रभुताए एकता और अखंडता की रक्षा करें तथा उसे अक्षुण्ण रखें। चार दिनों तक चले प्रशिक्षण में प्रशिक्षक डा जेपी मिश्रा ने प्रशिक्षणार्थियों को बताया कि संवैधानिक मूल्य संविधान में निहित मूल्य होते हैंण् ये मूल्य संवैधानिक लोकतंत्र का आधार हैं संवैधानिक मूल्यों का पालन करनाए सुखद सहअस्तित्व सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी है। उन्होंने लोगों को बताया कि न्याय स्वतंत्रता समानता बंधुत्व धर्मनिरपेक्षता व्यक्ति की गरिमा सामाजिक न्याय विविधता और बहुलता संवैधानिक मूल्यों को लागू करने के लिएए संस्थाएं काम करती हैं इन संस्थाओं का मकसदए लोगों और समुदायों को संवैधानिक मूल्यों को अमल में लाने और बनाए रखने में मदद करना होता है। भारतीय संविधान के आधारभूत मूल्यों में ये बातें शामिल हैं प्रभुत्व.सम्पन्नता समाजवाद पंथनिरपेक्षता लोकतंत्रात्मकता सामाजिकए आर्थिकए एवं राजनैतिक न्याय व्यक्ति की गरिमा राष्ट्र की एकता और अखंडता है जिसकी सुरक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी है।चर्चा वार्ता खेल व समूहों में अभ्यास की प्रक्रिया द्वारा चले प्रशिक्षण में लोगों ने संविधान का महत्व भारत के संविधान के स्रोत मौलिक अधिकार व कर्तव्य राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत एकीकृत न्यायिक व्यवस्था एकल नागरिकता सार्वभौमिक व्यस्क मताधिकार संसदीय शासन व्यवस्था अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति तथा न्याय सम्मत व्यवस्था को बढ़ावा संघीय प्रणाली आदि विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी हासिल किया। सोशल एक्टिविस्ट मनोज कुमार ने कहा कि संप्रभुताए समाजवादए धर्मनिरपेक्षताए लोकतंत्रए न्यायए स्वतंत्रताए समानताए बंधुत्वए मानवीय गरिमाए राष्ट्र की एकता और अखंडताण्संविधान की प्रस्तावना में इन मूल्यों को संविधान के उद्देश्यों के रूप में बताया गया हैण् संविधान के मूल्यों को समझने और उनका पालन करने के लिएए नैतिक शिक्षा में संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देने की जरूरत है और संवैधानिक मूल्यों के प्रति नैतिक रूप से सबको ज़िम्मेदार होना चाहिए/ प्रशिक्षण को सफल बनाने में छोटेलाल निरकला देपेश अनुपम मोहम्मद इसराइल चांदनी विजेन्द्र महिमा स्नेह अंजली अनिल आदि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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