Ayodhya

राजनीतिक दल अपने स्वार्थ बस जननायक राष्ट्र भक्त अंबेडकर को एक जाति तक सीमित करने की कर रहे हैं साजिश-डॉ. धर्मेंद्र

 

लखनऊ। कोई भी देश तब तक लोकतांत्रिक नहीं हो सकता जब तक समाज में लोकतंत्र ना हो इतना ही नहीं समाज में जब तक लोकतंत्र नहीं होगा तब तक देश में लोकतंत्र की कल्पना करना बेईमानी होगी उक्त विचार भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विधान परिषद सदस्य डॉक्टर धर्मेंद्र सिंह ने आजाद भारत के पहले कानून मंत्री डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के उपरांत कहीं भाजपा नेता ने आगे कहा कि डॉ अंबेडकर का यह भी मानना था कि जब तक सामाजिक व्यवस्था समता मूलक और नैतिकता पर आधारित नहीं होगी तब तक लोकतंत्र जीवित नहीं रह पाएगा डॉ आंबेडकर का भारत के भविष्य और स्वतंत्रता को लेकर उनकी चिंता का स्पष्ट छाप संविधान सभा में उनके अंतिम भाषण से समझा जा सकता है जिसमें उन्होंने कहा था कि हमें अपने खून की आखिरी बूंद तक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए संकल्पित रहना होगा इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि हमारी आक्रमणताके कारण भारत एक बार फिर अपनी स्वतंत्रता और लोकतंत्र को गवां सकता है। डॉ अंबेडकर ने अपने भाषण में यह भी कहा था कि हम सब का सौभाग्य है कि हमें लोकतांत्रिक संविधान मिला है लेकिन संविधान बनकर हम सब का काम समाप्त नहीं बल्कि शुरू हुआ है संविधान के प्रमुख निर्माताओं में शुमार रहे डॉ अंबेडकर की यह सोच उनके राष्ट्रभक्ति और आजादी को दर्शाती है। विधान परिषद सदस्य डॉक्टर धर्मेंद्र सिंह आगे कहते हैं कि जो डॉक्टर अंबेडकर राष्ट्र नायक सर्व समाज के नेता हैं दुर्भाग्य बस कुछ राजनीतिक दल अपने क्षणिक स्वार्थ के लिए उन्हें मात्र एक जाति तक सीमित करने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा नेता डॉक्टर धर्मेंद्र यही नहीं रुकते उन्होंने यह भी कहा कि आज हमारा देश बाबा साहब के बताए रास्ते पर चलते हुए निर्वाध गति से आगे बढ़ रहा है लेकिन कुछ राष्ट्र विरोधी शक्तियां जाति धर्म भाषा क्षेत्र के नाम पर भारत के सामाजिक समरसता और लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने का कुचक्र रच रहे हैं।

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