Ayodhya

मैरिज हॉलों व होटलों में तीव्र गति से डीजे की आवाज बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए बना मुसीबत

  • मैरिज हॉलों व होटलों में तीव्र गति से डीजे की आवाज बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए बना मुसीबत
  • जिला मुखालय से लेकर ग्रामीण बाजारों में डीजे की कान फोड़ ध्वनि को लेकर अभिभावकों में आक्रोश
  • इस पर रोक लगाने के बजाए प्रशासनिक अधिकारी और स्थानीय थानों की पुलिस बनी है तमाशबीन

अम्बेडकरनगर। यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान शहर से लेकर ग्रामीण बाजारां में स्थित होटलों व मैरेज हालों पर शाम होते ही शादी समारोहों के तीव्र गति से डीजे की आवाज छात्रों के लिए परेशानी का शबब बन गया है जब कि इस पर रोक लगाने के लिए परीक्षा से पहले से आदेश निर्गत है। बावजूद इसका अनुपालन कराने में प्रशासनिक अधिकारी व स्थानीय पुलिस पूरी तरह लापरवाह बनी है। इसे लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जहां अधिकारियों पर आरोप लगाया है वहीं अभिभावकों व छात्रों में आक्रोश व्याप्त है।
ज्ञात हो कि बोर्ड परीक्षा के प्रारम्भ होने से पूर्व सकुशल परीक्षा को सम्पादित कराने के लिए शासन व प्रशासनिक स्तर पर तैयारी के लिए समीक्षा बैठकों का दौर जारी रहता है किसी भी दशा में छात्रों को कोई परेशानी न हो इसके लिए रणनीति बनाई जाती है किन्तु वह महज कागजों तक ही सिमट कर रह गया है। इसकी हकीकत के लिए देखा जाए तो जिला मुख्यालय पर अयोध्या रोड स्थित मीरानपुर में शीतला आश्रम,पहितीपुर रोड कृष्णा नगर मयूर रिसार्ट मैरिज हॉल,सिटी पैलेस, पकड़ी में कोहिनूर मैरिज हॉल,कुमार लॉन,राधे कृष्णा मैरिज लॉन,समेत दर्जनों की संख्या में होटल व अन्य मैरिज हॉल है इसके अलावा ग्रामीण बाजारों में अब मैरिज हॉलों की भरमार हो गयी है। इसका आकड़ा लिया जाए तो संख्या जिले में सैकड़ों बताई जा रही है। बोर्ड परीक्षा संचालित है इस बीच इन होटलों व मैरिज हॉलों के इर्द-गिर्द आवास है और जैसे ही शाम होता है डीजे का संचालन करने वालों के द्वारा तीव्र गति से शोर शुरू हो जाता है और यह इनके क्रम अर्द्धरात्रि तक चलता रहता है। इन होटलों व मैरिज हॉलों पर डीजे की आवाज को लेकर परिक्षार्थियां की जिन्हें अगले दिन परीक्षा में शामिल होना है उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसे लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार का शख्त आदेश है कि परीक्षार्थियों को उनकी तैयारी में कोई बांधा न आये किन्तु प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस के लिए कोई मायना नहीं है सभी तमासबीन बने हैं। अभिभावकों का कहना है कि सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रां को कोई समस्या न हो, इसके लिए प्रशासनिक मशीनरी को हिदायत दी गयी है जिसके क्रम में समीक्षा बैठकें की गयी और परीक्षार्थियों के हित से खिलवाड़ करने वालों पर कार्यवाही किये जाने की समीक्षा की गयी किन्तु वह दिखावा बनकर रह गया है। खुलेआम होटलों व मैरिज हालों पर इसका माखौल डीजे संचालकों द्वारा उड़ाया जा रहा है।

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