Ayodhya

मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं जिले में संचालित अवैध पैथोलॉजी सेन्टर

  • मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं जिले में संचालित अवैध पैथोलॉजी सेन्टर
  • नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जिधर देखिए वहीं अवैध पैथोलॉजी सेन्टरों की भरमार

अम्बेडकरनगर। जिले में अवैध पैथोलॉजी सेन्टरों की बाढ़ आ गयी है इन पैथोलॉजी सेन्टरों की रिर्पोट से मरीजों की असामयिक मौतें भी हो रही है। बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अंजान बने है। इसका मुख्य कारण जिम्मेदारों की माहवारी तय होना बताया जा रहा है।
ज्ञात हो कि शासन द्वारा पैथोलॉजी सेन्टर स्थापित करने के लिए नियम निर्धारित किये गये है। इसके औपचारिकता पूरा करने के पश्चात ही संचालक को लाइसेंस निर्गत करने का प्राविधान है किन्तु जिले में देखा जाए तो किसी भी पैथोलॉजी सेन्टर जो संचालित हो रहे हैं वे मानक विहीन हैं। जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से लेकर जमुनीपुर, इल्तिफातगंज, टाण्डा, हीरापुर, हंसवर, आलापुर, राजेसुल्तानपुर, जहांगीरगंज, इंदईपुर, बसखारी, किछौछा, सद्दरपुर,अरिया, महरूआ,भीटी,कटेहरी,पहितीपुर,मिझौड़ा,जलालपुर,नेवादा,मालीपुर, धौरूआ, बेवाना समेत दर्जनों बाजारों व नगरीय क्षेत्रों में जिधर देखिए वहीं पैथोलॉजी सेन्टरों की भरमार है। सूत्रों के अनुसार इस संचालित पैथोलॉजी सेन्टरों पर जिनके द्वारा मरीजों की जांच की जा रही है। सभी अप्रशिक्षित है। कुछ ऐसे संचालक है जिनके द्वारा भले ही किसी डिग्री धारक से रिर्पोट तैयारी करायी जा रही हो अधिकांश अंधेरे में तीर मारकर रिर्पोट देने का कृत्य कर रहें हैं। ऐसे काले कारनामें में एक तरफ जहां मरीज व तीमारदारों की जेब ढीली हो रही है वहीं जांच में गड़बड़ी होने से सम्बंधित डाक्टर भी रोग के सापेक्ष उसके इलाज से मरीजों की असामयिक मौत के साथ उनके लिए जानलेवा भी साबित हो रहा है। शिकायतें भी आम बात है किन्तु स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इन अवैध पैथोलॉजी सेन्टरों की जांच कराना मुनासिब नहीं समझ रहे है। सूत्रों का कहना है कि जब जिम्मेदारों की माहवारी तय है तो उनसे ऐसे पैथोलॉजी सेन्टरों के विरूद्ध जांच एवं कार्यवाही करना बेमानी है।

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