भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा सरकार की महत्वाकांक्षी पारिवारिक लाभ योजना
जलालपुर,अंबेडकरनगर। कमीशन के चक्कर में पारिवारिक लाभ योजना का लाभ लेना जन सामान्य के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले निराश्रित महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही पारिवारिक लाभ योजना जिसके माध्यम से एकमुश्त तीस हजार रुपए दिया जाता है। स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों के मनमानीपूर्ण रवैये और कमीशनखोरी से योजना का लाभ मिलना सपने जैसा हो गया है जिसके चक्कर में लाभार्थियों को चार-चार साल तक सरकार द्वारा चलाई जा रही पारिवारिक लाभ योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस कारण से लाभार्थी ब्लॉक से लेकर जिले तक अधिकारियों की चरण वंदना को मजबूर हैं। ताजा मामला जलालपुर ब्लॉक के नगर पालिका क्षेत्र की मोहल्ला पश्चिम तरफ निवासी संगीता देवी, सीमा देवी और लक्ष्मी देवी के मुखिया का बीमारी के चलते मृत्यु 2022 में हो गई। नियमानुसार लाभार्थियों ने योजना का लाभ हेतु ऑनलाइन आवेदन करते हैं आवश्यक दस्तावेजों के साथ जलालपुर ब्लॉक में फॉर्म को जमा किया था लेकिन लाभार्थियों द्वारा ब्लॉक कर्मचारियों को कमीशन न देने के चलते बीते 2 साल से पारिवारिक लाभ योजना के तहत मिलने वाले एक मुश्त 30000 का लाभ नहीं मिल पा रहा है। परिणाम स्वरूप पीड़ित आवेदक महिलाएं जलालपुर ब्लॉक से लेकर जिले तक लगातार चक्कर लगा रही है। इस संबंध में ग्राम पंचायत सहायक विकास अधिकारी विशाल यादव ने बताया कि हमारा काम सिर्फ फार्म सबमिट कर विभाग को भेजना है। आगे की सारी कार्यवाही जिले के अधिकारियों द्वारा की जाती है। वर्तमान समय में बजट न होने के चलते लाभार्थियों को उक्त योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सरकार द्वारा जैसे ही बजट उपलब्ध कराया जाएगा तत्काल उनके खाते में धनराशि आवंटित कर दी जाएगी। इस योजना से संबंधित दर्जनों ऐसे लाभार्थी हैं जिन्होंने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि उचित कमीशन देने के कारण बाद में ऑनलाइन आवेदन करने पर भी पारिवारिक लाभ योजना अंतर्गत एक मुश्त राशि का लाभ प्राप्त कर चुके हैं।