Ayodhya

बैरमपुर व अटिका में तैनात लेखपाल की कारस्तानी बनी जरूरतमंदों की परेशानी

 

अम्बेडकरनगर। सदर तहसील अकबरपुर क्षेत्र के बैरमपुर व अटिका में तैनात हल्का लेखपाल की मनमानी और भ्रष्टाचार से जरूरतमंद त्रस्त हो चुके हैं। जरूरतमंदों के कार्य में लेखपाल द्वारा बगैर रिश्वत के कोई बात नहीं होती। रिश्वत पाने के पश्चात ही लोगों को दौड़ाना उनकी आदत बन गयी है। लेखपाल की कारस्तानी को लेकर चाय-पान की दुकानों पर भी चर्चा का बाजार गर्म है। जानकारी के अनुसार उक्त बैरमपुर और अटिका में राजेश वर्मा नाम का लेखपाल तैनात है। आये दिन तहसील व थाना दिवसों में न्याय की उम्मीद से अपनी समस्या लिये लोग जाते हैं और राजस्व के मामलां में जांच और रिर्पोट प्रेषित करने की जिम्मेदारी लेखपाल को सौंपी जाती है। यहीं से लेखपाल का काला कारनामा शुरू हो जाता है। दर्जनों लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हम लोगों ने तहसील व थाना दिवस में राजस्व से सम्बंधित मामलों के निस्तारण के लिए शिकायत दर्ज कराया था जिसमें लेखपाल को जांच मिली। कई दिनों दौड़ने के पश्चात लेखपाल से से मुलाकात होने पर उनके द्वारा सुविधा शुल्क की अपेक्षा की गयी और उनकी इस मंशा को पूरा करने के बाद भी समस्या का निस्तारण नहीं हो सका है। लोगों ने बताया कि लेखपाल की मंशानुरूप उन्हें रकम दी गयी लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। बताया कि सम्पर्क करने पर लेखपाल बस यही कहकर पल्ला झाड़ते आ रहे हैं आज और कल कार्य हो जायेगा किन्तु मामला जस का तस बना है। लोगों ने बताया कि जिस तरीके से लेखपाल की मनमानी और उनका भ्रष्टाचार चल रहा है इससे क्षेत्र में विवाद की स्थिति दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। लेखपाल की कार्यशैली को लेकर तहसील के अधिकारियों से शिकायत करने पर भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है जिससे लेखपाल के मनोबल और बढ़ते ही जा रहे हैं।

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