बिलहरी घाट रेलवे स्टेशन पर दुर्घटना होते बची कैफियत एक्सप्रेस,घटना को दबाने में जुटे अधिकारी

लखनऊ। मंडल के अयोध्या के पास एक स्टेशन मास्टर की लापरवाही से सुबह ट्रेन एक्सीडेंट होते होते बची बेलगाम हो चुके हैं परिचालन विभाग के कर्मचारी अधिकारी कुंभ करणी नींद में, यूनियन के सारे नेता अधिकारी मामले को दबाने में जुटे मिली जानकारी के अनुसार सुबह 12226 कैफियत एक्सप्रेस गेट संख्या 99 पार कर रही थी तो उस समय आन डियूटी स्टेशन मास्टर द्धारा लापरवाही से गेट बंद नहीं कराया गया जो गेट पर 8 बजे झंडा काटकर अगले स्टेशन बिलहरी घाट स्टेशन पर वह रेलवे चालक द्धारा सेफ्टी झंडा काटते हुए आगे बढ़ गयी और फिर आगे स्टेशन पर ट्रेन खड़ी करके सेफ्टी झंडे को हटाया गया तथा बाद में स्टेशन मास्टर रेल चालक द्बारा मामले को दबाने का कुचक्र रच दिया गया जो कि हजारों यात्रियों को ढोने वाली ट्रेन की सुरक्षा और संरक्षा के बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। जबकि इसके पहले भी तमाम घटनाएं हो चुकी है लेकिन सबक नहीं सीखा रेलवे प्रशासन ।सबसे मजे की बात तो ये है कि जो यातायात निरीक्षक तैनात हैं वो कभी भी निरीक्षण करने नहीं निकलते बस मोबाइल पर लोकेशन लेकर अपना टीए बना लेते हैं एक एक टीआई दशकों से एक ही सीट पर लगे हैं कोई यूनियन नेता का खास तो कोई सांसद का खास। अभी पिछले वर्ष सुल्तानपुर स्टेशन के पास दो मालगाड़ी आमने सामने टकराव हो चुका है। सूत्रों के अनुसार विगत कई वर्षो पहले जाफर गंज स्टेशन के पूर्वी आऊटर सिंगनल पर 13009 योगनगरी हाबडा एक्सप्रेस डिरेल हो चुकी है । अकबरपुर से टांडा जाने वाली मालगाड़ी भी डिरेल हो चुकी है लेकिन रेलवे प्रशासन अयोग्य रेलवे कर्मचारियों को पदोन्नति देकर स्टेशन अधीक्षक एवं टीआई जैसे पदो पर तैनात कर रखा है और यूनियन के दबाव में रेलवे प्रशासन मूक दर्शक बन गया है।