पीड़ितों को न्याय दिलाने में रोड़ा बने हैं सदर तहसील के राजस्वकर्मी
अंबेडकरनगर। कोतवाली अकबरपुर क्षेत्रांतर्गत स्थित कुड़िया चितौंना गांव में राजस्व कर्मियों की मिलीभगत के चलते पीड़िता को न्याय नहीं मिल पा रहा है। बताया जाता है कि उक्त गांव निवासिनी कल्पना वर्मा के पिता फतेह बहादुर वर्मा की बाग में गांव के दबंगों द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है। जिससे गांव में माहौल को खराब होता जा जा रहा है। पीड़िता द्वारा अपने पिता की उपरोक्त भूमि को बचाने के लिए जिला मुख्यालय पर धरना भी दिया जा चुका है। साथ ही जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी तथा थाना कोतवाली अकबरपुर में दर्जनों प्रार्थना पत्र देकर अवैध रूप से कब्जा कर रहे लोगों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की भी मांग की जा चुकी है। पीड़िता का आरोप है कि हल्का लेखपाल सूर्यकांत त्रिपाठी उक्त घाटे की भूमि पर पैमाइश करके कब्जा दियाया जाता है तो एक दूसरे लेखपाल रणजीत सिंह द्वारा पीड़िता के पिता व बहन के खिलाफ मुकदमा लिखाने का कार्य किया जा रहा है। उक्त प्रकरण में सार्वजनिक संपत्ति निवारण का मुकदमा 1.497 हेक्टेयर भूमि पर पंजीकृत हुआ है। पीड़िता ने बताया कि उसके पिता के बाग में स्थित छोटे-मोटे हरे पेड़ों को विपक्षियों द्वारा काटा जा रहा है मना करने पर विपक्षी आमादा फौजदारी तैयार हो जाते हैं। प्रकरण की जानकारी डायल 112 पर दिए जाने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा विपक्षियों से पूछताछ करके चली गई। जिस भूमि पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है उस पर दीवानी न्यायालय में भी मुकदमा विचाराधीन है और हाई कोर्ट लखनऊ बेंच में रिट दायर की जा चुकी है। पीड़िता ने बताया कि उसके पिता काफी समय से अस्वस्थ रहते हैं और विपक्षी मदन गोपाल, बृजेश ,इंद्रजीत, अनिल लगातार जान से मारने की धमकी देते चले आ रहे हैं। शिकायत करने के बाद भी उन सबों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती।