नैसर्गिक एवं भौतिक जगत के सौंदर्य की अभिव्यक्ति है कविता-डॉ. तारकेश्वर मिश्र
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नैसर्गिक एवं भौतिक जगत के सौंदर्य की अभिव्यक्ति है कविता-डॉ. तारकेश्वर मिश्र
अंबेडकरनगर। भारत माता अभिनंदन संगठन प्रदेश इकाई द्वारा ‘‘भारत माता तेरा वैभव अमर रहे’ की श्रृंखला का प्रथम आनलाइन आयोजन काव्य गोष्ठी आयोजित किया गया। भव्य, शानदार ‘‘भारत माता की गौरव गाथा‘‘ विषयक काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता संतोष श्रीवास्तव ‘‘विद्यार्थी‘‘ सागर मध्य प्रदेश, ने किया। जबकि मुख्य अतिथि डॉ. प्रशान्त गायकवाड़ विशिष्ट अतिथि पुरुषोत्तम दास मित्तलएवं आ. डॉ. अर्चना श्रेया के रूप उपस्थित रहे। सर्वप्रथम सुधीर श्रीवास्तव ने अतिथियों का परिचय प्रस्तुत किया। इसके बाद इंजी. प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव ‘‘प्रणय‘‘ प्रदेश ने स्वागत भाषण किया। निधी बोथरा जैन द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना एवं भारत माता की वंदना प्रस्तुत किया गया। इसके बाद अध्यक्ष की अनुमति लेकर गोष्ठी का शुभारंभ, मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों को संगठन के बारे में उद्बोधन हुआ। जिसमें संगठन के क्रियाकलापों और उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। तत्पश्चात काव्य गोष्ठी का विधिवत शुभारंभ हुआ जिसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों से भारत माता का काव्यमम गौरव गान करने वालों में संतोष श्रीवास्तव ‘‘विद्यार्थी‘‘ सागर, महेंद्र भट्ट ग्वालियर, सुनीता श्रीवास्तव सुल्तानपुर, सुरेश बन्छोर भिलाई ,देवी प्रसाद पाण्डेय प्रयागराज, श्रीपति रस्तोगी लखनऊ, चंद्रकला भारतीय नागपुर, डॉ. भारती गुप्ता झांसीख् डॉ. कुमारी भारती जमशेदपुर, संध्या श्रीवास्तव ‘‘सांझ‘‘ छतरपुर, प्रतिभा द्विवेदी मुस्कान सागर, अनिता बाजपाई वर्धा, विनीता लवानियाँ बेंगलुरु, अविनाश खरे पुणे, रश्मि अग्रवाल बिलासपुर, छगनलाल मुथा मुंबई, ललिता यादव बिलासपुर, रवि नारायण शुक्ल रायबरेली, गीतकार अनिल भारद्वाज ग्वालियर, राजकुमार जायसवाल जसिंगरौली, निधि बोथरा जैन इस्लामपुर, डॉ. देवीदीन अविनाशी हमीरपुर ईश्वर चंद्र जायसवाल संत कबीर नगर, डॉ. अर्चना पाण्डेय भिलाई, अमलेश राज बोधों आजमगढ़ एडवोकेट सुनील श्रीवास्तव ‘बेचारा‘ सुल्तानपुर, कंचन वर्मा जयपुर, अन्नपूर्णा मालवीया प्रयागराज, डॉ. तारकेश्वर मिश्र,शशिकला अवस्थी इंदौर, बलबीर सिंह ढाका रोहतक, डॉ.कमलेश मलिक सोनीपत, शिव कुमार गुप्त निवाड़ी, खुशबू गौतम लखनऊ, नन्द किशोर बहुखंडी देहरादून, डॉ. शशि जायसवाल प्रयागराज, सतीश शिकारी रतलाम , बीरेंद्र पाठक हाथरस, सुधीर श्रीवास्तव गोण्डा,इंजी. प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव ‘‘प्रणय‘‘ सीतापुर, रामदेव शर्मा राही मथुरा, हरीश कुमार सिंह भदौरिया ने अपनी सुंदर और मनमोहक प्रस्तुतियों से रोमांचित किया। लगभग 6 घंटे तक चली काव्य गोष्ठी का संचालन श्रेष्ठ संचालकों में शुमार विनीता लवानियाँ, अनीता बाजपाई, डॉ. तारकेश्वर मिश्र ने संयुक्त रूप से आकर्षक ढंग से किया। अंतिम क्षणों में शामिल सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी हरीश कुमार सिंह भदौरिया ने सभी का मनोबल बढ़ाने के साथ अपनी प्रेरक रचना से आयोजकों का धन्यवाद किया। अंत में आचार्य संतोष श्रीवास्तव विद्यार्थी ने अध्यक्षीय उद्बोधन में ऐसे आयोजनों की आवश्यकता पर बल देते हुए आयोजक प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव‘‘प्रणय‘‘ की तारीफ करते हुए मनोबल बढ़ाया। साथ ही सभी कवियों कवयित्रियों की रचनाओं से अभिभूत दिखे विद्यार्थी ने सभी को बधाईयां शुभकामनाएं और अपना आशीर्वाद दिया। इकाई अध्यक्ष प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव ‘‘प्रणय‘‘ के आभार ज्ञापित करने के साथ ही भव्य और शानदार गोष्ठी संपन्न हुई।