दो गुटों में मारपीट प्रकरण में पुलिसिया कार्यवाही को लेकर उठ रहे सवाल
- दो गुटों में मारपीट प्रकरण में पुलिसिया कार्यवाही को लेकर उठ रहे सवाल
- मामला अकबरपुर थाना क्षेत्र के लोहा मण्डी शहजादपुर का
अम्बेडकरनगर। थाना अकबरपुर क्षेत्र के जुड़वा कस्बा शहजादपुर में पिछले दिनों दो गुटों में मारपीट हुई थी जिसमें पुलिस द्वारा एक की तहरीर पर मुकदमा और दूसरे की अनदेखी किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस कार्यवाही को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार 27 अक्टूबर को लोहा मण्डी शहजादपुर के रहने वाले रियाज पुत्र रियासत अली और राबिया खातून इन दो गुटां में किसी बात को लेकर लात,घूसों व डण्डों से जमकर मारपीट हुई थी.
जिसमें दोनों पक्ष की तरफ से थाने में तहरीर दी गयी और घटना में इनके द्वारा एक दूसरे पर आधा-आधा दर्जन लोगों को शामिल किया गया था। पुलिस द्वारा राबिया खातून की तरफ से मुकदमा अपराध संख्या-0607 के तहत धारा 452,323,504 व 506 में अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गयी है किन्तु वहीं रियाज जिनके परिवार के कई लोगों को काफी चोटें आयीं उनकी तहरीर पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी। महज शान्ति भंग में चालान कर मामला रफा-दफा कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार इस मामले में राबिया खातून से पुलिस ने सौदेबाजी की और मेडिकल परीक्षण में उसके द्वारा सम्बंधित डाक्टर से प्रभाव व प्रलोभन के सहारे गंभीर चोटें रिर्पोट में लिखवा ली गयीं वहीं रियाज का कोई जुगाड़ नहीं बन सका जिससे वह न्याय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है। इसे लेकर स्थानीय लोगों में चर्चा है कि राबिया के परिवार में एक ऐसा सदस्य है जो अपराधिक प्रवृत्ति का है और उसकी पुलिस में गहरी पैठ भी है जिसके चलते रियाज की कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है।
लोगां का यह भी कहना है कि जिस तरह से मुकदमें में धारा लगायी गयी है उसके अनुरूप मारपीट भी नहीं हुई थी,यह षड़यंत्र ही कहा जा सकता है। इसे लेकर लोगों में सवाल भी उठ रहे हैं कि यदि जेब में पैसा हो तो पुलिस से किसी निर्दोश को जेल भेजवाया जा सकता है और अपराधी को दोष मुक्त कराया जाना संभव है।