दोस्तपुर नगर क्षेत्र में गंदगी का अम्बार, ईओ ने कर्मचारियों को सौंपी गांव के कूड़ा सफाई व जलाने की कमान
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इसके बावजूद भी अधिशाषी अधिकारी की सराहना में नहीं चूके रहे कथित चापलूस पत्रकार
दोस्तपुर, सुल्तानपुर। यहां कूड़ा कचरा साफ करने के लिए नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि तैयार है मगर अपने घर का कूड़ा उठाने के लिये न उनके पास कर्मचारी हैं और न गाड़ी। आप सभी को अवगत करवाते चले कि दोस्तपुर कस्बा नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि व अधिशाषी अधिकारी दोनों लोग दोस्तपुर नगर पंचायत से कूड़ा की गाड़ी व सफाई कर्मचारियों को नगर पंचायत से लगभग सात किलोमीटर दूर भेज गांव में स्थानीय विधायक के यहां सफाई व्यवस्था देने में जरा भी नहीं संकोच करते और रोज साफ स्वच्छ का संदेश देते हैं मगर यह अधिशाषी अधिकारी और अध्यक्ष प्रतिनिधि अपने आप आकर देख ले स्टेट बैंक दोस्तपुर के सामने आज कितने दिन का कूड़ा है वैसे भी यह कहा जाता है कि पहले अपने घर को स्वच्छता में तभी आप स्वस्थ रहेंगे और दूसरों का सहयोग देने का कष्ट वहीं जहां सरकार किसानों को पराली जलाने पर प्रतिबंध लगा रखी है। वहीं सरकार के द्वारा ये आदेश दिया गया है कि अगर कोई पराली जलाते किसान मिले तो जुर्माना किया जाय। अब आप सोचिए अगर राजेश गौतम क्षेत्रीय के यहां कूड़ा साफ करने के लिए नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि के द्वारा कूड़े की गाड़ी और दर्जनों सफाई कर्मचारी कि व्यवस्था चन्द मिनटो में कर दी गई वहीं सरकार के पैसे का दुरूपयोग कर लाखों रूपए खर्च कर कूड़ा घर बनाया गया और कूड़ा उस जगह पर फेंका जा रहा है जो कि तीर्थ स्थल महावीर बाबा का रोड जिससे प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु बजरंग बली बाबा का दर्शन कर अपनी मन्नत को मांगते हैं लेकिन उन श्रद्धालु को ये नहीं मालूम होता है कि दोस्तपुर नगर पंचायत में घुसते ही जैसे ही आप महावीर बाबा के दर्शन करने के लिए निकलते तुरंत आप को अपवित्र करने के लिए उन कूड़े के ढेर से गुजरना पड़ता है जो आप सभी श्रद्धालु को अपवित्र करने में कोई कसर नहीं छोड़ता क्यों कि वहां नगर पंचायत की गाड़ी से ऐसे कचड़े फेंके जाता है जो अस्पताल में अवैध माना जाता है। वहीं नगर पंचायत के उन कूड़ो जला दिया जा रहा है क्या ऐसे सरकार की मंशा की अवहेलना नहीं की जा रही है पराली जलाने पर जुर्माना नगर पंचायत जलाये तो पुरस्कार ये योगी बाबा का कहा क्या न्याय है जो जनता बाबा को वोट देकर सबका सम्मान बनाने कार्य सौंपा है। उसी पर पानी फेर रहे हैं नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि व अधिशाषी अधिकारी दोस्तपुर सुल्तानपुर प्रदेश लेकिन एक सबसे बड़ी बात यह है कि दोस्तपुर के एक ग्रुप में सुबह दोपहर शाम जैसे मरीजों को दवाएं दी जाती वैसे अधिशाषी अधिकारी को बधाई दी जा रही है। स्वच्छता पर आखिर में उस पत्रकार को कितना रुपया महीना अधिकारी ने तय कर रखा है जो बिना सफाई व्यवस्था के ही बढ़ाई लिखता रहता है उसे देखने से यह लगता है जैसे अधिशाषी अधिकारी के आने की शुरुआत की फोटो हो।