देखें वीडियो….मालीपुर थानेदार के कार्यकाल में सिर चढ़ बोल रहा भ्रष्टाचार, रिश्वत से आहत पीड़ित परेशान
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पुलिस के काले कारनामें से त्रस्त दम्पत्ति ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार
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तत्कालीन थानाध्यक्ष के कार्यकाल से चला आ रहा है भ्रष्टाचार का मामला
अम्बेडकरनगर। थाना मालीपुर की पुलिस का भ्रष्टाचार सिर चढ़ बोल रहा है जिन्हें मुख्यमंत्री के फरमान का कोई असर नहीं है। खुलेआम पीड़ितों की समस्याओं के निराकरण में रिश्वत की मांग और वसूली की जा रही है। ऐसे मामलां को लेकर पीड़ितों के आरोप आये दिन लग रहे हैं। इससे जुड़े मामले में दम्पत्ति ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगायी है और उसके बयान की सोशल मीडिया पर वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है।
ज्ञात हो कि सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा एक तरफ जहां भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए निरन्तर प्रयास और फरमान जारी हो रहा है वहीं इस जिले का पुलिस विभाग चुनौती देने को अमादा है। नजीर के तौर पर देखा जाए तो ऐेसे मामले में मालीपुर थाना काफी चर्चित हो गया है।
सालों थाना के प्रभारी प्रेमचन्द्र रहे जिनके द्वारा क्षेत्र में चोरी,छिनैती दुराचार जैसे अन्य घटनाएं जो भी आयीं कोई ऐसा नहीं रहा जिसमें पुलिस पीड़ितों से उनके नाम पर भारी पैमाने पर सौदा न किया हो जिसकी चर्चा भी उस दौरान आमजन में जोरों पर रही।
इधर लगभग 1 महीने से थाने का प्रभार प्रियंका पाण्डेय को मिला है जिनके काले कारनामें मौजूदा सिर चढ़ बोल रहे हैं। हालांकि जो भी भुक्तभोगी है उनके द्वारा यह आरोप नहीं है कि थानेदार ने उनसे रिश्वत ली है किन्तु सिपाही उनके नाम पर पीड़ितों की समस्याओं के निराकरण में मोटी रकम का सौदा करते फिर रहे हैं।
इतने ही कार्यकाल में कई सिपाहियों पर आरोप लग चुका है जिनमें शिकायत के बावजूद किसी के विरूद्ध ठोस कार्यवाही नहीं की गयी। बस लाइन हाजिर तक ही रह गया है। गत दिवस पुलिस के भ्रष्टाचार से आहत दम्पत्ति जो इसी थाना अन्तर्गत भदोई का रहने वाले हैं, के द्वारा पुलिस अधीक्षक से न्याय की फरियाद की गयी है।
पीड़िता सोनी व उसके पति अजय कुमार ने शिकायती पत्र देकर अगवत कराया है कि बृजेन्द्र यादव पुत्र राजकुमार इसी गांव के हैं जिन्होंने 70 हजार रूपये दिया था वह ब्याज सहित चुकता भी हो गया इसी बीच बृजेन्द्र ने परिवार की पैतृक जमीन को गुमराह कर एग्रीमेंट करवाया और बैनामा कराने की जुगत में जुट गये.
जिसकी जानकारी होने पर जब पूंछा गया तो वे आग बबूला होकर जान से मारने की धमकी देने लगे। इससे परेशान होकर मालीपुर थाने में शिकायती पत्र देने गयी तो वहां के सिपाही सुनील यादव द्वारा रिश्वत की मांग की गयी। 2 हजार रूपये दिया भी किन्तु उनके द्वारा थानाध्यक्ष प्रियंका पाण्डेय से मिलने नहीं दिया गया.
फिर दोबारा जाने पर उक्त सिपाही ने यह कहते डांटकर भगाया कि इतने रूपल्ली में कुछ होने वाला नहीं है जाओ 1 लाख लेकर आओ तभी मैडम से समस्या का निराकरण करवा पायेंगें। एसपी के दरबार में पीड़िता द्वारा दिये बयान की एक सोशल मीडिया पर वीडीयो तेजी से वायरल हो रहा है जो उसकी आपबीती दास्तान के लिए काफी है।