डीएम का आदेश बेअसर, पंचायत भवनों पर बैठने को तैयार नहीं कर्मचारी
अम्बेडकरनगर। जिलाधिकारी मुख्य विकास अधिकारी के आदेश के बाद भी लाखों रुपए से निर्मित पंचायत भवनों में ग्राम सचिव समेत अन्य कर्मी बैठने को तैयार नहीं है। जिसके चलते जरूरतमंद ग्रामीण 15 से 20 किलोमीटर की दूरी तय सचिव से मुलाकात करने के लिए ब्लॉक का चक्कर लगाने को विवश है। मंगलवार को जलालपुर ब्लॉक के बैरागल निवासी दिलीप कुमार अपने आधा दर्जन अन्य साथियों के साथ ब्लॉक पहुंचे और बीडीओ कक्ष के सामने अधिकारी का इंतजार करते हुए मिले। उन्होंने बताया कि परिवार रजिस्टर नकल आदि की जरूरत है। जिसके लिए एक सप्ताह से ग्राम सचिव से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। पंचायत भवन पर कभी आते नहीं। संपर्क नहीं होने के कारण मंगलवार की सुबह दस बजे से ब्लॉक परिसर में इंतजार कर रहे है लेकिन न तो उनका फोन लग रहा है और न ही ब्लॉक में मुलाकात हो रही है। यदि ग्राम सचिवालय में बैठते तो इस ठंड में 15 किलोमीटर का चक्कर नहीं लगाना पड़ता। रुकूनपुर कासिमपुर गांव निवासी पतिराम और लखराज ने बताया पंचायत भवन में ग्राम सचिव के न बैठने से बारह किलो मीटर दूर इस ठंड में आकर इंतजार करना पड़ रहा है। भस्मा निवासी शीतला प्रसाद ने भी बताया कि गांव में बने ग्राम पंचायत भवन में ग्राम सचिव के न बैठने के कारण मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए एक सप्ताह से गांव से लेकर ब्लॉक तक चक्कर लगाना पड़ रहा है। सरकार द्वारा लाखों रुपए खर्च कर गांव में बने पंचायत भवन शो पीस बन गया है। अधिकारी के आदेश और निगरानी के बाद भी जिम्मेदार बैठने को तैयार नहीं है। एडीओ पंचायत बृजेश तिवारी ने बताया कि औचक निरीक्षण किया जाएगा और समयानुसार पंचायत भवन पर नहीं मिले तो कार्यवाही तय है।