Ayodhya

जिले की तहसीलों के समाधान दिवस में आये 319 शिकायती पत्र,मौके पर 22 निस्तारित

  • भीटी में डीएम ने पीड़ितों के साथ अच्छा व्यवहार करने के लिए कर्मचारियों को दिये निर्देश

अंबेडकरनगर। जिले की तहसीलों में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। तहसील भीटी में जिलाधिकारी अविनाश सिंह तथा पुलिस अधीक्षक केशव कुमार की अध्यक्षता में पीड़ितों की सुनवाई की गयी। जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि कार्यालय प्रत्येक दिन समय से खुले। कार्यालय में जो भी लाभार्थी नागरिक आए उनसे अच्छा व्यवहार किया जाए। उनके लिए पीने का पानी तथा बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित हो। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मौके पर 63 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए जिसमें 5 का निस्तारण कर दिया गया तथा शेष 58 को निस्तारण हेतु संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किये गये। टांडा में अपर जिलाधिकारी तथा उप जिलाधिकारी के समक्ष 29 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए जिसमें से 3 का निस्तारित करा दिया गया। शेष 26 निस्तारण हेतु संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए। आलापुर में उप जिलाधिकारी के समक्ष कुल 84 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुई जिसमें से 6 को मौके पर निस्तारण कर दिया गया। शेष 78 को संबंधित विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गयी। अकबरपुर में उप जिलाधिकारी के समक्ष कुल 57 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए जिसमें से 4 को मौके पर निस्तारण करा दिया गया तथा शेष 53 को संबंधित विभाग के अधिकारियों को निस्तारण हेतु निर्देश दिए गए।

शिकायतों के निस्तारण में पीड़ितों ने जलालपुर के अधिकारियों की मनमानी की खोली पोल

जलालपुर में उपजिलाधिकारी पवन जायसवाल की अध्यक्षता में फरियादियों की सुनवाई की गयी। इस मौके पर बिजली बिल में भारी अनियमितता और राशनकार्ड नहीं बनने की शिकायत आम रही। तहसील सभागार में नव वर्ष में पहली बार संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। टिकरी के हृदय नारायण चौथी बार शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि विपक्षी मंशाराम अपना संपूर्ण अंश बेंच चुका है। लिखित समझौता के बाद भी मुझे कब्जा नहीं करने दे रहा है। इस दौरान हल्का लेखपाल ने समझाने बुझाने का प्रयास किया। आख्या बनाकर पोर्टल पर अपलोड किया इसके बावजूद कब्जा दखल में टांग अड़ा रहा है। शिवपाल के नीरज विश्वकर्मा 26वीं बार शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत में सचिव प्रधान समेत अन्य अधिकारियों ने अपात्रों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ दे दिया गया। मुख्यमंत्री दरबार जिलाधिकारी आदि से की गई शिकायत पर गठित टीम ने अलग-अलग रिपोर्ट लगाकर अपात्रों को बचाने का काम किया। जिलाधिकारी के आदेश और तत्कालीन उपजिलाधिकारी के निर्देश पर जांच करने पहुंचे हल्का लेखपाल ने 12 को अपात्र दिखाया। शिकायतकर्ता ने जब जांच टीम के विरुद्ध पक्षपात की शिकायत दर्ज कराई तो बीडीओ ने जांच टीम में शामिल सदस्यों से स्पष्टीकरण मांगा। तीन माह बाद कोई कार्यवाही नहीं होने से खफा शिकायतकर्ता ने आज पुनः शिकायत दर्ज कराई। जल्लापुर के विश्वनाथ ने तीसरी बार शिकायत दर्ज कराकर बताया कि मेरे खेत का नक्शा छोटा है। विपक्षी का नक्शा बड़ा है। नक्शा दुरुस्तीकरण का बाद लंबित है किंतु विपक्षी हद बरारी के माध्यम से जमीन कब्जा करना चाहता है। मंसूरपुर के बिमल शर्मा, रूधौली अदाई के सदन विश्वकर्मा, सुरहुरपुर के दिनेश समेत दर्जनों ने बताया कि बीते मार्च प्रथम सप्ताह में बिल दो हजार रुपए इसी माह की 23 मार्च को बिल आ गई लगभग 48 हजार। विभाग संशोधन के बजाय शोषण पर उतारू है। इसी कड़ी में अलग अलग ग्राम पंचायतों के दर्जनों गरीब परिवारों ने राशनकार्ड बनाने की शिकायत दर्ज कराई। कुल 86 शिकायतें आई जिसमें 4 का मौके पर निस्तारण किया गया।

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