जिला पंचायत सदस्य और माता प्रधान समेत परिवार बना जॉब कार्ड धारक, मनरेगा से ले रहे मजदूरी का भुगतान
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अम्बेडकरनगर। माता गांव की मुखिया और पिता जिला पंचायत सदस्य के पुत्र और बहु जहां मनरेगा में बगैर काम किए फर्जी मजदूरी का भुगतान ले रहे है वहीं पिता के नाम से मनरेगा का जॉब कार्ड भी बना है।यह कारनामा कर दिखाया है भियांव ब्लॉक के ग्राम पंचायत माधोपुर के प्रधान पुत्र अखिलेश और बहु सुमन ने। मनरेगा में फर्जीवाडा कर निकाले गए धनराशि की जानकारी होने पर विभागीय अधिकारियों के साठगांठ पर उंगली उठ रही है। विदित हो कि भियांव ब्लॉक के माधवपुर ग्राम पंचायत की इंद्रावती देवी प्रधान है। इनके पति माखनलाल निषाद भियांव उत्तरी से जिला पंचायत सदस्य है। इनके पुत्र अखिलेश और बहु सुमन मनरेगा में मजदूरी करते है। ऑनलाइन प्राप्त रिकॉर्ड के अनुसार बीते 30 नवम्बर 2021 से 1 जनवरी 2024 इनके पुत्र अखिलेश के नाम जहां 20400 रुपए वही इनकी बहु सुमन के नाम पर 23380 रुपए का भुगतान किया गया है। जिला पंचायत सदस्य माखनलाल के नाम जॉब कार्ड भी बना है।
इनके पास है करोड़ों रुपए की संपत्ति
मनरेगा में फर्जीवाडा कर भुगतान लेने वाले प्रधान और जिला पंचायत सदस्य के पुत्र और बहु के पास करोड़ों रुपए की अचल संपत्ति है। माधवपुर गांव में दो आलीशान मकान कीमत लगभग 70 लाख, दिघौटा बाजार में दो कामर्शियल मकान कीमत लगभग एक करोड़ रुपए के साथ ही कपड़ा का शो रूम और टॉप मॉडल स्कॉर्पियो वाहन भी है।अच्छे और कीमती वेश भूषा में रहने वाले पुत्र और बहु कभी मजदूरी करते नहीं देखे गए किंतु उक्त दोनों फर्जी भुगतान लेकर शासन को चुना लगा रहे है।
यह बोले जिला पंचायत सदस्य
भियांव उत्तरी के जिला पंचायत सदस्य और मनरेगा मजदूरों के पिता तथा ससुर एवं महिला प्रधान इंद्रावती के पति माखन लाल ने बताया कि पुत्र मनरेगा में मजदूरी करता है कि नहीं वहीं बता सकता है।
एपीओ ने कहा होगी जांच
एपीओ मनरेगा आरिफ मेंहदी ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में नहीं है जांच कर कार्यवाही की जाएगी।