जिला अस्पताल के चिकित्सकों में इतर मरीजों के इलाज में पहचान बना चुके हैं डॉ. जय प्रकाश
अम्बेडकरनगर। आज के जमाने में सभी लोग अपने अधिकार की बात तो करते हैं लेकिन कोई भी अपने दायित्व निर्वहन के प्रति सजग नहीं दिखता जिसका जीता-जागता उदाहरण जिले का जिला अस्पताल है जहां पर 12ः30 से 1 बजते ही सभी डॉक्टर अपना चैंबर छोड़कर भागने लगते हैं। वहीं होम्योपैथी के जाने-माने चिकित्सक डॉक्टर जयप्रकाश वर्मा 2 बजे तक मरीज को देखते रहते हैं और उन्हें यथा उचित दवा की सलाह देते रहते है जब से डॉ जय प्रकाश जिला अस्पताल में है तब से दवाएं उपलब्ध होने कारण सुदूर ग्रामीण आंचलों से मरीजों का आना जारी है जिसका परिणाम यह है कि मरीजों के आने का सिलसिला 1 से 2 बजे तक लगा रहता है। टांडा से आई पायल अग्रवाल हाजमा से आए धर्मेंद्र तीमारदार ने बताया की डॉक्टर साहब की दवा बहुत ही कारगर है। हमने कई जगह चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क किया लेकिन हमें राहत नहीं मिल पाई थी जिसमें काफी धन भी खर्च हो चुका है लेकिन जब से डॉक्टर साहब के पास आते हैं। बिना पैसे के हमारी बीमारी ठीक होने वाली है। ऐसे में अगर कलयुग के भगवान कहलाने वाले सभी डॉक्टर हो जाते तो शायद पैसे के अभाव में जान गंवाने वालों को जीवन मिल जाता।