जन विकास केन्द्र के सम्मलेन में महिलाओं को बताये अधिकार

अम्बेडकरनगर। ग्रामीण कामगार महिलाओं किशोरियों बालिकाओं व छात्राओं के स्वास्थ्य सुरक्षा सम्मान व विकास को लेकर महिला समानता पर आधारित शोषणमुक्त समाज की स्थापना की खातिर अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के परिप्रेक्ष्य में कार्यवाही में तेजी लाने की थीम के अन्तर्गत एक दिवसीय महिला सम्मेलन का आयोजन कम्पोजिट विद्यालय जाफरगंज में हुआ जहां अकबरपुर विकास खण्ड के न्याय पंचायत ताराखुर्द व चन्दनपुर के आठ ग्राम पंचायतों से कुल 200 से अधिक महिलाओं किशोरियों व छात्राओं ने भागीदारी किया। जन विकास केन्द्र भितरीडीह द्वारा आयोजित सम्मेलन का उद्घाटन बाल कल्याण समिति में पास्को एक्ट की सपोर्ट पर्सन संतोष श्रीवास्तव एनआर एलएम की अमरावती समाज सेवक हितेन्द्र सिंह मुन्ना स्नेहालय की शिखा श्रम विभाग से अश्विनी आली लखनऊ से अनुपम व मोनी विद्यालय की शिक्षिका इन्दुभामा आशा सुशीला एवं अगुवा लीडर आइशा ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। कार्यक्रम का दिशाबोध करतीं हुई सचिव गायत्री ने कहा कि महिलाओं की हिम्मत और ताकत पीढ़ियों को प्रेरित करती है। कभी भी खुद को वैसा ही बनाए रखना बंद न करें। महिलाएं बदलाव की वास्तुकार हैं अपने सपनों को साकार करती रहें। आप जैसी शक्तिशाली और दयालु महिलाओं के साथ दुनिया और भी चमकती है। आपकी दयालुता, बुद्धिमत्ता और ताकत दुनिया को एक बेहतर जगह बनाती है। कार्यक्रम को सम्बोधित करती हुई सपोर्ट पर्सन संतोष श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाओं को अपना आत्मविश्वास जगाने की जरूरत है। अमरावती शर्मा ने महिलाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं पर जागरूक करते हुए उद्यमिता की और बढ़ने के लिए प्रेरित किया। अश्विनी कुमार ने श्रम विभाग की योजनाओं पर जागरूकता दिया। एडवोकेट मोनी ने महिलाओं को विभिन्न कानूनी अधिकारों पर जानकारी दिया। एडवोकेट सूरज ने शैक्षिक योजनाओं पर हकदारी बनाने पर बल दिया। कार्यक्रम प्रभारी मनोज कुमार ने महिलाओं के श्रम के मूल्य व आर्थिक न्याय की वकालत किया। समाज सेवक विपिन पाण्डेय ने बताया कि महिलाओं को अपने आत्मसम्मान व अधिकार से समझौता नहीं करना चाहिए। सम्मेलन का समापन करते हुए समाज सेवक हितेंद्र सिंह मुन्ना ने कहा कि महिलाएं आदर व सम्मान की पात्र हैं इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सर्वसमाज की है। सम्मेलन के सत्रो का संचालन निरकला व गुलशन ने किया। सम्मेलन को सफल बनाने में किरन अंजली महिमा ज्योति शिवांगी विमला वन्दना शशिकला प्रीति रागिनी मालती चांदनी पुनीता सरिता लक्ष्मी मनीषा आदि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।