एनआर मंडल जालसाजों का गिरोह सक्रिय, चारबाग रेलवे स्टेशन से फर्जी महिला टीटीई गिरफ्तार
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लखनऊ। उत्तर रेलवे के चारबाग स्टेशन पर हुआ जालसाजी गिरोह का भंडाफोड़ मामला रफा दफा करने का भरसक प्रयास किया गया। मिली जानकारी के अनुसार उक्त मामला उस समय भंडाफोड़ हो गया जब महिला प्रतीक्षालय एवं प्लेटफार्म पर एक महिला जिसका नाम काजल सरोज पुत्री छोटेलाल सरोज निवासी मालेपुर जनपद संतकबीरनगर (भदोंही) और कर्मचारी नम्बर 20137081345 अंकित है, जबकि चेकिंग ब्रांच में इस नाम की कोई भी महिला टीटीई नहीं मिलीं । सूत्रों के अनुसार शंका होने पर कुछ यात्री इसकी शिकायत अधिकारियों से किया तो एक डिप्टी स्टेशन अधीक्षक ने जब जाकर महिला से पूंछताछ की तो मामला फर्जीवाड़ा का निकला जिसके खिलाफ स्थानीय जीआरपी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया सूत्रों के अनुसार पुलिस ने जेल भेज दिया है। अब देखना ये है कि क्या पुलिस का हाथ असली जालसाज गिरोह के सरगना तक पहुंच जायेगा कि फिर मामला ठंडा बस्ते में चला जायेगा। बताया जाता है कि आईकार्ड में नियुक्ति पत्र के तारीख 25 मार्च 2021 लिखा है जबकि विगत कई वर्षों से लखनऊ मंडल में टीसी के पद पर मृतक आश्रित कोटा में कोई भी नियुक्ति नहीं हुई है। एवं टीसी की नियुक्ति में पहले मेडिकल होता है फिर रेलवे चंदौसी मुरादाबाद भेजकर डेढ महीने की ट्रेनिंग करवाती है इसके बाद ही अथारिटी लेटर देकर नियुक्ति होती है खैर लखनऊ जैसे मंडल में जालसाजी का ये कोई नया मामला नहीं है इसके लगभग दो दशक के पहले भी लगभग आधा दर्जन फर्जी कर्मचारी आलमबाग डीजल शेड एंव कैरिज एवं बैगन आलमबाग में पकड़े जा चुके हैं जो फर्जी एलपीसी बनवाकर विभिन्न रेलवे जोनों से आ चुके हैं। सूत्रों की मानें तो इन जालसाजी गिरोह में रेलवे के कुछ तथाकथित रिटायर एवं वर्तमान मंडल आफिस के कुछ तथाकथित कर्मचारियों का एक रैकेट भी सक्रिय है।