इंडसइंड बैंक अधिकारियों की मनमानी के विरुद्ध ग्राहक ने पीएम को भेजा शिकायती पत्र

अंबेडकरनगर। जहां एक तरफ केंद्र सरकार सरकार सरकारी बैंकों में भ्रष्टाचार को लेकर निजी करण करने का सिलसिला शुरू कर दिया है तो वहीं अब प्राईवेट बैंकों में भी खुलेआम भ्रष्टाचार हो रहा है और भुक्तभोगी आम नागरिक दर- दर भटकते नजर आ रहे हैं लेकिन कोई भी सुनवाई बैंकों द्बारा नहीं किया जा रहा है जिससे आम जनमानस में इन तथाकथित बैंकों की मनमानी से आक्रोश व्याप्त है।मिली जानकारी के अनुसार सम्मनपुर थाना अंतर्गत यहिया कमालपुर निवासी ओमप्रकाश सिंह का अकबरपुर के शहजाद पुर इंडसइंड बैंक में विगत कई वर्षों से खाता संचालित किया जा रहा है और उक्त बैंक से 2019-20 में एक क्रेडिट कार्ड ईशू कराया था जिसका कार्ड नम्बर 9540 है भुक्तभोगी ने उक्त कार्ड को लगभग चार वर्ष पहले अकबरपुर शाखा में सरेंडर भी करवा चुका है ,पूरा पेमेंट के साथ। और इसके अलावा एक और क्रेडिट कार्ड 9005 है जिसका हर माह बिल पेमेंट हो रहा है लेकिन इसके बावजूद लगभग चार वर्ष बीत जाने के बाद अब इंडसइंड बैंक द्बारा पुनः फर्जी बिल पेमेंट मोबाइल से भेजा जा रहा है और पेमेंट बकाया राशि 49700 दिखाया जा रहा है जबकि अगर मान भी लें कि उक्त क्रेडिट कार्ड का बिल बकाया था तो आज चार वर्ष तक बैंक क्या कर रही थी। यह जांच का विषय है। भुक्तभोगी ओम प्रकाश सिंह ने आन लाइन शिकायत प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री सहित बैक मुख्यालय को भेजा है और अविलंब जांच कराकर दोषियों के खिलाफ जांच कराने की मांग किया है। साथ ही साथ जल्द ही एक शिकायत पत्र लोकपाल बैंकिंग को भी भेजा जायेगा।इस संबंध में बैंक केवल रटा-रटाया जबाब मोबाइल नम्बर 8005215030 पर भेज देता है कि जांच कराकर अवगत कराया जायेगा लेकिन दिन में भुक्तभोगी के मोबाइल पर दर्जनों बार बैंक से काल बीते लगभग तीन दिनों से आ रही है। इस तरह से लापरवाही करके आम जनमानस के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। भुक्तभोगी ने बताया कि अगर इसका निस्तारण शीध्र बैंक नहीं करती है तो बैंक में मौजूद खाता को बंद कराकर माननीय न्यायालय में एक वाद दायर किया जायेगा।