आधुनिक तकनीक से सम्पन्न विद्यार्थी आधुनिक शिक्षा को समग्र रूप से आत्मसात करने में समर्थ हो सकता है-प्रो. परेश कुमार पाण्डेय

अम्बेडकरनगर। सरकार की महत्वाकांक्षी स्मार्टफोन और टेबलेट वितरण योजना के तत्वावधान में 27 अगस्त को बाबा बरुआ दास स्नातकोत्तर महाविद्यालय परुइया आश्रम के पंडित राधे मोहन द्विवेदी सभागार में आयोजित समारोह में परास्नातक के छात्रों को टैबलेट वितरित किया गया। इस समारोह की मुख्य अतिथि मीनाक्षी सिंह, विशिष्ट अतिथि मिथिलेश त्रिपाठी, मण्डल अध्यक्ष अयोध्या ,भाजपा तथा सीमा गुप्ता,नगर अध्यक्ष जलालपुर ,भारतीय जनता पार्टी रही। समारोह की अध्यक्षता बरुआ धाम पीठाधीश्वर तथा अध्यक्ष प्रबंध समिति, महंत देवेंद्र दास ने किया। महाविद्यालय में आयोजित इस वितरण समारोह में लाभार्थी छात्र-छात्राओं की संख्या 500 रही।
टैबलेट प्राप्त कर छात्र और छात्राओं के चेहरे खिल उठे। इस समारोह में मंचस्थ विशिष्ट जनों में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर परेश कुमार पाण्डेय, निवर्तमान प्राचार्य प्रोफेसर के. के. मिश्र, उप प्राचार्य प्रोफेसर पवन कुमार गुप्त ,मुख्य नियन्ता डॉ. कुलदीप सिंह ने लाभार्थियों बधाई दिया। प्रोफेसर के. के. मिश्र ने कहा कि टैबलेट का सदुपयोग करने से विद्यार्थियों को तकनीकी संसाधनों की कमी का अनुभव नहीं होगा। सीमा गुप्ता ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा की शिक्षार्थी इसका उपयोग अध्ययन हेतु करें। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि और सहायक बेसिक अधिकारी मीनाक्षी सिंह ने बताया कि राज्य सरकार के टेबलेट वितरण योजना के पीछे की सोच है कि ऑनलाइन माध्यमों में उपलब्ध सामग्री तथा ई-कंटेंट को विद्यार्थी घर से ही प्राप्त कर सके, उसे कहीं और जाना न पड़े। भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष मिथिलेश त्रिपाठी ने बताया कि स्वामी विवेकानंद के नाम पर संचालित विवेकानंद टेबलेट वितरण योजना का उद्देश्य सुदूर ग्रामीण परिवेश के छात्रों को भी शहरी विद्यार्थियों के समान अध्ययन सामग्री उपलब्ध हो सके जिससे वे उसका उपयोग करे और अपनी सफलताओं से अपने मां-बाप को गौरवान्वित करा सके। छीनी हथौड़ी और पत्थर का दृष्टांत देकर उन्होंने बताया कि अनुशासन में रहने वाले विद्यार्थी की सफलता ही दिव्य मूर्ति के स्वरूप को धारण करते हैं अन्यथा नारियल फोड़े जानेवाले पत्थर की भाँति अनौचित्य को धारण करेगा। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर परेश कुमार पाण्डेय ने कहा की आधुनिक तकनीक से सम्पन्न विद्यार्थी आधुनिक शिक्षा को समग्र रूप से आत्मसात करने में समर्थ हो सकता है।
हमारे विद्यार्थी इसका सदुपयोग करते हुए महाविद्यालय के गौरव को बढ़ायेंगे। अध्यक्षीय उद्बोधन में महंत देवेंद्र दास ने कहा कि बच्चों को नई तकनीक से जोड़ने एवं किताबों के बोझ को कम करने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार का यह सराहनीय पहल है जिससे विद्यार्थियों को बिना भटके ही सामग्री उपलब्ध हो सकेगी। इस वितरण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. चन्द्रकेश कुमार तथा सदस्य के रूप में डॉ. पवन कुमार दूबे, डॉ. सत्येन्द्र कुमार, डॉ. अराधिका, डॉ. गुन्जन सिंह, डॉ. सत्य प्रकाश पाण्डेय, डॉ. आलोक कुमार यादव, वीरेन्द्र यादव, डॉ. सुधीर कुमार पाण्डेय तथा वितरण सहायक के रूप में राकेश कुमार सिंह, कुलदीप वर्मा, अनिल कुमार, वीरेन्द्र कुमार मौर्य रहे। कार्यक्रम का संचालन रमेश कुमार ने किया एवं मीडिया सम्बन्धी दायित्व का निर्वहन डॉ. सुधीर कुमार पाण्डेय ने किया। लाभार्थी विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण कक्ष-नियन्त्रण हेतु दो टीमों का गठन किया गया। प्रथम टीम में डॉ. अखिलेश सहायक नोडल तथा सदस्य के रूप में डॉ. सै. बाकर मेंहदी, डॉ. शम्भूनाथ प्रजापति, डॉ. राजितराम यादव, कु. शिवांगी सिंह, कु. दीप्ति पटेल, साजेदा सिद्दीकी, रितेश मोदनवाल, आशीष शर्मा तथा वितरण सहायक में सुरेन्द्र कुमार यादव, शैलेन्द्र कुमार रहे एवं द्वितीय टीम में डॉ. अनिल कुमार मिश्र, सहायक नोडल तथा सदस्य के रूप में डॉ. राम अचल यादव, डॉ. सुशील कुमार त्रिपाठी, प्रतिमा कुमारी, अपूर्वा चतुर्वेदी, ज्ञानेन्द्र कुमार, विवेक कुमार शुक्ला, डॉ. अखिलेश कुमार पाण्डेय, पूजा चौरसिया तथा वितरण सहायक में सच्चिदानन्द, अरुण कुमार रहे।