अमीर परिवारों के नाम राशन कार्ड, गरीब लगा रहे तहसील का चक्कर

अंबेडकरनगर। सम्पन्न परिवारो के नाम राशनकार्ड है और गरीब परिवार राशनकार्ड के लिए तहसील का चक्कर लगा रहा है। अपात्र राशन कार्ड धारकों का नाम नही काटे जाने से शासन की मंशा तार तार हो रही है। नतीजतन सरकारी नौकरी,ट्रैक्टर स्कॉर्पियो, लाखों रुपए के भवन के मालिक तथा कई कुंतल अनाज बेचने वाले अपात्र निःशुल्क राशन का लाभ ले रहे है। शिकायत के बावजूद विभाग इन पर कार्यवाही के बजाय इनके बचाव में उतर आया है।प्रकरण जलालपुर तहसील के कांदीपुर ग्राम पंचायत का है। प्राप्त रिकार्ड के अनुसार गांव निवासी माया मिश्रा पत्नी ओम प्रकाश के पुत्र प्रद्युम्न मिश्र गैर जनपद के राजस्व लेखपाल,नीरज मिश्र पुत्र अवधेश मिश्र 10 बीघा जमीन के मालिक और लाखों रुपए वेतन पाने वाले पुत्र, रेशमा पत्नी रमेश कुमार पाण्डेय लाखों रुपए का मकान और अनाज बिक्री , मंजूलता पत्नी जय प्रकाश मिश्र स्कॉर्पियो ट्रैक्टर आदि के मालिक के साथ लाखों रुपए का अनाज बेचना , साधना मिश्रा पत्नी रमेश मिश्र आलीशान मकान के साथ अच्छी खेती बाड़ी, सुषमा पत्नी चंद्र प्रकाश ट्रैक्टर करोड़ों रुपए का मकान के साथ ससुर सेवानिवृत्त शिक्षक,कौशल्या देवी पत्नी राम सकल गुप्ता ट्रैक्टर ट्राली आढ़त की दुकान है। उक्त तो एक बानगी है।ऐसे सैकड़ों अपात्र परिवारो का नाम राशन सूची में है जो अपात्र होने के बावजूद निःशुल्क राशन का लाभ ले रहे है। कांदीपुर ग्राम पंचायत में दो राशन की दुकान है। एक दुकान जहां रामचेत वही दूसरी सोना देवी के नाम है। रामचेत की दुकान पर 68 अंत्योदय कार्ड तथा 300 पात्र गृहस्थी वही सोना देवी के दुकान पर 70 अंत्योदय और 249 पात्र गृहस्थी कार्ड धारक है।दोनों दुकानों पर 3039 लाभार्थी दर्ज है। दोनों दुकानों पर 15195 किलो चावल और गेहूं सरकार निशुल्क दे रही है।
बोले उपजिलाधिकारी पवन जायसवाल
मामला संज्ञान में आया है। पूर्ति निरीक्षक को स्थलीय जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है, रिपोर्ट आने के पश्चात कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।